चंडीगढ़: हरियाणा पुलिस ने रोहतक में 21 साल की एक दलित महिला के साथ कथित सामूहिक बलात्कार की घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। एसआईटी 90 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। रोहतक के एक अस्पताल में भर्ती पीड़िता से आज मुलाकात करने वाले अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) मोहम्मद अकील ने एसआईटी के गठन का आदेश दिया। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने यह जानकारी देते हुए यहां राज्य कैबिनेट की बैठक के इतर संवाददाताओं से कहा कि एसआईटी के सदस्यों में दो पुलिस उपाधीक्षक शामिल होंगे। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पिछले दिनों रोहतक में एक लड़की के साथ पांच लोगों द्वारा कथित तौर पर किए गए सामूहिक बलात्कार की घटना को लेकर हरियाणा सरकार को नोटिस जारी कर रिपोर्ट मांगी है। खबरों के अनुसार इस लड़की के साथ इन्हीं आरोपियों ने तीन साल पहले भी कथित तौर पर बलात्कार किया था। रोहतक के एक कॉलेज में पढ़ने वाली दलित छात्रा से तीन साल पहले भिवानी में कुछ लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया था । जमानत पर रिहा किए गए भिवानी मामले के दो आरोपियों ने तीन अन्य पुरूषों के साथ मिलकर बुधवार को पीड़िता से फिर बलात्कार किया ।
पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने उससे दूसरी बार सामूहिक बलात्कार इसलिए किया क्योंकि वह उनके खिलाफ चल रहा मामला वापस लेने के लिए तैयार नहीं थी ।