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हिरासत में लिए गए प्रशांत किशोर: पीके की टीम बोली- जबरन उठाया

पटना (जनादेश ब्यूरो): पुलिस ने सोमवार (6 जनवरी) सुबह के चार बजे जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर को हिरासत में ले लिया। वो बीपीएससी परीक्षा पेपर लीक के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे। पुलिस ने गांधी मैदान में उस जगह को खाली करा दिया है, जहां पर जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे। इस संबंध में जन सुराज की तरफ से कहा गया है कि प्रशांत किशोर को पुलिस 'एम्स' लेकर गई है। उन्हें सभी लोगों से अलग कर दिया गया है। प्रशांत किशोर ने किसी भी तरह का इलाज कराने से मना कर दिया है और अपना अनशन जारी रखा है।

"प्रशांत किशोर को' पुलिस ने जबरन उठाया, खाली कराया गया गांधी मैदान"

इस संबंध में जन सुराज की तरफ से जारी बयान में बताया गया है कि पुलिस जबरन प्रशांत किशोर को उठा कर ले गई। पुलिस प्रशांत किशोर को लेकर एम्स गई है। पटना पुलिस ने गांधी मैदान से निकलने वाले वाहनों की जांच की, जहां पर प्रशांत किशोर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे थे। उन्हें सभी लोगों से अलग कर दिया गया है।

पटना पुलिस ने गांधी मैदान में किसी के भी जाने पर रोक लगा दी है।

गिरफ्तार होने से पहले डॉक्टर ने की थी जांच

प्रशांत किशोर 2 जनवरी से बीपीएससी परीक्षा में हुई अनियमितताओं के खिलाफ अनशन कर रहे थे। आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर की रोजाना मेडिकल जांच हो रही है। रविवार (5 जनवरी) को भी डॉ. लाल पांडेय ने उनकी जांच की.जांच के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया, प्रशांत किशोर का स्वास्थ्य अभी ठीक है। भूखे रहने से शरीर में यूरिया का स्तर थोड़ा बढ़ गया हैं। वहीं, शुगर का स्तर ऊपर नीचे हो रहा है। डॉक्टर ने प्रशांत किशोर से अपील करते हुए कहा, अब अगर वो सॉलिड और लिक्विड डाइट लेना शुरू नहीं किए तो स्थिति बिगड़ सकती है।

अभ्यर्थी कर रहे हैं पूरी परीक्षा रद्द करने की मांग

बता दें कि पिछले वर्ष 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रदेश की राजधानी पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी। इसके बाद सैकड़ों उम्मीदवारों ने विरोध दर्ज कराने के लिए परीक्षा का बहिष्कार भी किया था। इसके बाद बीपीएससी ने बापू परीक्षा परिसर में फिर से परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया। इसे लेकर शनिवार को पटना के कई केंद्रों में पुनर्परीक्षा भी आयोजित की गई। दूसरी तरफ बड़ी संख्या में अभ्यर्थी पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।

 

 

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