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जींद: देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि बहादुर जवान लाशें गिनकर नहीं बल्कि लाशें बिछाकर वापिस लौटते हैं। लाशों को गिनने का काम तो केवल गिद्ध किया करते हैं। वह बुधवार को सफीदों की पुरानी अनाज मंडी में सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रमेश कौशिक के पक्ष में आयोजित प्रचार रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में पहली बार ऐसा हुआ कि जब गैर कांग्रेसी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सत्ता में आई थी।

उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भारत दुनिया के 10 देशों में से नौवें स्थान पर था लेकिन आज 2019 में भारत दुनिया में छठे स्थान पर पहुंच गया है और यह बात केवल हम नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष कह रहा है। इस मौके पर उन्होंने कहा ''मैं यहां किसी की आलोचना करने नहीं आया बल्कि यह बताने आया हूं कि कांग्रेस पार्टी की कार्यशैली और भारतीय जनता पार्टी की कार्यशैली में क्या फर्क है।"

उन्होंने कहा कि भाजपा के शासन में प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना व स्वच्छ भारत अभियान जन-जन के अभियान बन चुके हैं। कांग्रेस पार्टी के शासन में प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी से लेकर मनमोहन सिंह ने गरीबी हटाओ का नारा लगाकर इस देश पर करीब 60 सालों तक शासन किया, लेकिन देश से गरीब नहीं हटी और अब राहुल गांधी देश की गरीबी दूर करने की बात कह रहे हैं। यह हास्यास्पद बात लगती है।

सिंह ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भाषणों में देशविरोधी बाते करते हैं। हाल ही में उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की सरकार आती है तो देश से राष्ट्रद्रोह का कानून समाप्त कर देंगे। भारत को कमजोर करने वाले ऐसे नेताओं व पार्टियों को जनता कभी भी माफ नहीं करेगी। गृह मंत्री ने साफ किया कि अगर इस कानून में कहीं कोई ढ़ील है तो वे उसे और अधिक सख्त करेंगे ताकि राष्ट्रद्रोह करने वाले की रूह तक कांप जाए।

उन्होंने कहा कि आज भारत का डंका नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे विश्व में बोल रहा है। भारत अगर बोलता है तो आज पूरा विश्व भारत की बात को सुनता है। डोकलाम में चीन को भारत की ताकत का एहसास कराया गया और वह बातचीत का रास्ता अपनाकर सुखद माहौल में पीछे हट गया। पुलवामा में हमारे देश के 42 जवान शहीद हुए। उन जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए देश की वायुसेना ने पाकिस्तान की जमीन पर आतंकवादी ठिकानों का सफाया किया। कांग्रेस समेत अनेक विपक्षी दल ऑपरेशन और लाशों का हिसाब मांग रहे हैं।

सिंह ने कहा कि बहादुर जवान लाशें गिनकर नहीं बल्कि लाशें बिछाकर वापिस लौटते हैं। लाशों को गिनने का काम तो केवल गिद्ध किया करते हैं। उन्होंने कहा कि जब-जब पाकिस्तान की ओर से भारत की तरफ गोलीबारी हुआ करती थी तब भारत की ओर से बीएसएफ द्वारा पाकिस्तान की तरफ सफेद झंडा दिखाया जाता था और यह सफेद झंडा दिखाने की रस्म 16 बार अदा की जा चुकी थी। जब उन्होंने अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि वे अब 17 वीं बार सफेद झंडा दिखाएंगे और पाकिस्तान फिर भी नहीं माना तो सीधे गोलियां चलाई जाएगी।

राजनाथ सिंह ने कहा कि अधिकारी की बात सुनकर उन्होंने सेना को साफतौर पर निर्देश दिए कि 17 वीं बार सफेद झंडा दिखाने की आवश्यकता नहीं उन्हें गोली की भाषा से जवाब दिया जाना चाहिए। उसी का परिणाम है कि आज जम्मू कश्मीर एवं सीमा के हालात बदल गए हैं और आज वहां पर पूर्णतया शांति है। उन्होंने लोगों से आह्वान किया की उनका वोट केवल प्रत्याशी के लिए ही नहीं बल्कि देश को आगे बढ़ाने के लिए होना चाहिए और वोट की चोट से देश का सम्मान घटाने वाले नेताओं व पार्टियों से लिया जाना चाहिए।

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