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नई दिल्ली: सीबीआई ने भूमि आवंटन में अनियमितता के एक मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के निवास स्थान पर शुक्रवार को छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक छापेमारी उस वक्त हुई जब पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा घर पर ही मौजूद थे। इस दौरान न तो घर से बाहर जाने की अनुमति थी और न ही बाहर के किसी को शख्स को घर के अंदर जाने दिया जा रहा था। दिल्ली एनसीआर में ढाई दर्जन से ज्यादा इलाकों पर एक साथ छापेमारी कर रही है।

जानकारी के मुताबिक सीबीआई की यह छापेमारी साल 2005 में एजेए (असोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड ) को गलत तरीके से जमीन दिए जाने के मामले से संबंधित है। बता दें कि सीबीआई ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और एजेएल कंपनी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। हरियाणा के पंचकूला में प्लॉट आवंटन मामले में बीते दिनों ही सीबीआई को चार्जशीट दाखिल करने की मंजूरी मिली थी। गौरतलब है कि उन पर चार्जशीट दाखिल करने के लिए राज्यपाल की अनुमति मिलनी जरूरी थी, जिसके कारण इसमें काफी देरी हो रही थी।

हरियाणा के राज्यपाल नारायण आर्य ने सीबीआई को भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ अभियोग चलाने की मंजूरी दे दी है।

क्या है पूरा मामला?

मुख्यमंत्री रहने के दौरान भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष हुआ करते थे, उसी दौरान भूखंड फिर से एजेएल को आवंटित किया गया था। हुड्डा और एजेए पदाधिकारियों पर साल 2005 में अवैध तरीके से भूखंड को फिर से आवंटित करने का आरोप लगा है। पंचकूला के सेक्टर 6 में भूखंड संख्या सी-17 को 29 जून,2005 को एजेएल को फिर से आवंटित किया गया था। यह भूमि करीब 3,360 वर्गमीटर थी।

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