चंडीगढ़: हिसार से सांसद और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से निष्कासित नेता दुष्यंत चौटाला ने दावा किया कि वह अब भी पार्टी में हैं और निष्कासन को लेकर पार्टी की ओर से उन्हें अभी तक कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली है। दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल के जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि उन्हें निष्कासन को लेकर आज तक इनेलो सुप्रीमो ओम प्रकाश चौटाला द्वारा हस्ताक्षित कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली है। उन्होंने निष्कासन को अनुचित और असंवैधानिक बताया और कहा कि इसमें पार्टी संविधान में वर्णित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया।
अपना पक्ष रखने का मौका दिए बिना पार्टी से निकाला
उन्होंने स्पष्ट किया कि गोहाना रैली में पार्टी के किसी नेता के खिलाफ कोई नारेबाजी नहीं की गई बल्कि वरिष्ठ नेताओं के लिए जिंदाबाद के ही नारे लगाए गए थे। उन्होंने रैली में उनके समर्थकों द्वारा हुड़दंग किए जाने के आरोपों को भी सिरे से खारिज कर दिया और कहा इन्होंने जोश में केवल अपने जज्बात व्यक्त किए।
दुष्यंत ने कहा कि इन्हीं आरोपों को लेकर पार्टी से सस्पेंड करने के उन्हें दिए गए नोटिस पर जब उन्होंने पार्टी को इसका सबूत देने की मांग की तो इसका भी कोई जबाव नहीं मिला और उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दिए बगैर ही पार्टी से निष्कासित कर दिया गया जिसकी जानकारी उन्हें मीडिया के माध्यम से मिली।
निष्कासन की साजिश कहीं और से रची गई
इनेलो सांसद ने कहा कि ओम प्रकाश चौटाला ही उनके नेता हैं। वह पहले भी उनके नेतृत्व में काम करते रहे हैं और अब भी कर रहे हैं तथा आगे भी करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि निष्कासन की कार्रवाई ओम प्रकाश चौटाला की ओर से नहीं की गई बल्कि इसकी साजिश कहीं और से रची गई। उन्होंने कहा कि चौटाला अगर उन्हें लिखित में दे देंगे तो वह पार्टी से बाहर चले जाएंगे तथा इसे कहीं चुनौती नहीं देंगे। लेकिन यह साजिश कहीं और से रची गई है।
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि जिन्होंने भी उनके खिलाफ चक्रव्यूह रचा है वह पार्टी कार्यकर्ताओं की ताकत से उसे अवश्य तोड़ कर रहेंगे। आगे की रणनीति को लेकर सवाल पर दुष्यंत ने कहा कि पार्टी के प्रधान महासचिव अजय चौटाला ने 17 नवम्बर को जींद में पार्टी सांसदों, विधायकों, पदाधिकारियों और कार्यकतार्ओं की बैठक बुलाई है तथा इसी में वह कोई फैसला लेंगे।