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नई दिल्ली: जेएनयू विवाद पर गृह राज्‍यमंत्री किरेन रिजीजू ने आज (शनिवार) कहा कि इस प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्था को देशद्रोही गतिविधियों का अड्डा नहीं बनने दिया जा सकता। देशद्रोह के आरोप में जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के एक दिन बाद उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, 'हम जेएनयू को देशद्रोही गतिविधियों का अड्डा नहीं बनने दे सकते।' गृह राज्य मंत्री ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी असीमित नहीं हो सकती और इस पर तर्कपूर्ण बंदिश होनी चाहिए। रिजीजू ने कहा, 'यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी, लेकिन ये कोई छोटे बच्चे नहीं हैं कि उन्हें यह नहीं पता हो कि वे क्या कर रहे हैं। अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर आप देश को गाली नहीं दे सकते।' उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई की और किसी को भी राष्ट्रीय हित, देश की एकता एवं अखंडता के मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।

नई दिल्ली: जेएनयू में राष्ट्रविरोधी नारेबाज़ी के बाद बढ़ते विवाद के बीच शनिवार शाम कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी जेएनयू कैंपस पहुंचे। राहुल गांधी जब कैंपस में पहुंचे तो कुछ छात्रों ने उन्हें काले झंड़े दिखाए। छात्रों की नारेबाजी को देखते हुए रजिस्ट्रार ने माइक बंद करने के आदेश दिए। राहुल गांधी ने जेएनयू पहुंचकर भी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी का मुद्दा उठाया। राहुल गांधी के काफिले को एबीवीपी ने घेर लिया और उन्हें काले झंडे दिखाए। राहुल गांधी ने जेएनयू में छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, 'मैं कुछ दिन पहले हैदराबाद में था और तब भी कुछ नेता रोहित वेमुला को देशद्रोही बता रहे थे। सबसे बड़े देशद्रोही तो वे लोग हैं जो इस संस्थान के अंदर से निकलने वाली आवाज को दबाना चाहते हैं।' राहुल ने कहा, 'युवा लोग अपनी राय सामने रख रहे हैं और सरकार उन्हें देशद्रोही बता रही है।

नई दिल्ली: जेएनयू में पिछले दिनों राष्ट्रविरोधी नारेबाजी के बाद हुआ बवाल अब सियासी घमासान की शक्ल लेता दिख रहा है। शुक्रवार को जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष की गिरफ्तारी और इस विवाद में एक वाम नेता की बेटी का नाम सामने आने के बाद सीपीआई एम नेता सीताराम येचुरी ने उस वीडियो फुटेज पर ही सवाल उठा दिया जिसमें अफजल गुरु और पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करते देशद्रोही ताकतों को दिखाया गया है। दरअसल, जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के विरोध में माकपा नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई नेता डी.राजा और जेडीयू नेता केसी त्यागी शनिवार सुबह गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलने पहुंचे थे। जब येचुरी मीडिया से मुखातिब हुए तो उनसे सवाल किया गया कि जेएनयू कैंपस में भारत विरोधी नारे लगाना सही है तो येचुरी ने कहा, उस फुटेज की प्रामाणिकता क्या है जिसमें घटना को दिखाया जा रहा है। जेएनयू कैंपस में कैमरे हैं ही नहीं तो वीडियो किसने बनाया और वीडियो बनाने वाला का मकसद क्या था? साबित कर दीजिए कि वीडियो सही है, फिर बात कीजिए।

नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि केंद्र की सरकार में विश्वास का संकट है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'हर भारतीय' को यह विश्वास दिलाना चाहिए कि वह लोगों की भलाई की चिंता करते हैं। बीफ या मुजफ्फरनगर और किसी अन्य जगह पर होने वाले साम्प्रदायिक दंगों जैसे मुद्दों पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कुछ न बोलने को लेकर भी सिंह ने उनकी आलोचना की। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, 'लोग सरकार में विश्वास नहीं करते।' उन्होंने आगे कहा, 'जब वे (संभवत: उद्योगपति) जाते हैं और मंत्रियों से मुलाकात करते हैं तो वे अच्छी बातें करते हैं, लेकिन जब वे बाहर आते हैं तो सभी कहते हैं कि ज्यादा कुछ नहीं बदला है... आज सरकार में विश्वास का संकट है।' पूर्व प्रधानमंत्री ने इंडिया टुडे से बातचीत में कहा कि बीफ विवाद और असहनशीलता जैसे मुद्दे समस्याएं रही हैं। उन्होंने कहा, 'ये सभी समस्याएं हैं।

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