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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
संविधान की प्रस्तावना में भी संशोधन कर सकती है संसदः सुप्रीम कोर्ट

अस्ताना: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को कहा कि यूक्रेन पर अब बड़े पैमाने पर नए हमले करने की कोई जरूरत नहीं है। रूस उस देश को तबाह करने के बारे में नहीं सोच रहा है। व्लादिमीर पुतिन ने कजाकिस्तान में शिखर सम्मेलन के समापन के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रूस की ओर से आगे की लामबंदी की कोई योजना नहीं है। एक समाचार एजेंसी यह खबर दी है।

उन्होंने क्रेमलिन की स्थिति को भी दोहराया कि रूस वार्ता करने के लिए तैयार है। हालांकि उन्होंने कहा कि अगर यूक्रेन इसके लिए तैयार है तो उसे अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता की आवश्यकता होगी।

रूस यूक्रेन युद्ध के सिलसिले का आठवां महीना पूरा होने जा रहा है। इस बीच यूक्रेन की महत्वपूर्ण बढ़त और रूस की हार के कुछ हफ्तों बाद राष्ट्रपति पुतिन की टिप्पणियों में उनके स्वरों में थोड़ी नरमी देखी गई।

पुतिन ने कहा, "हम यूक्रेन को नष्ट करना नहीं चाहते, नहीं, बिल्कुल नहीं।"

लंदन: ब्रिटेन (यूके) के वित्त मंत्री क्वासी क्वारतेंग को ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने पद से हटा दिया है। बीबीसी और स्काई न्यूज़ ने सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस ने अपने प्रधानमंत्री पद को बचाने की कोशिश में यह फैसला लिया है। बीबीसी ने कहा कि सरकार की विवादित आर्थिक योजनाओं के चलते मार्केट में हुई उठापटक के बावजूद क्वारतेंग, ने गुरुवार को कहा था कि "वो कहीं नहीं जा रहे हैं", लेकिन अब वो वित्त मंत्री के पद पर नहीं हैं।

कुछ दिन पहले ही ब्रिटेन ने सबसे अधिक आय वाली श्रेणी का आयकर घटाने की योजना रद्द कर दी थी। ब्रिटिश सरकार के कर्जे से दबे बजट के बाद बाजार में उठा-पटक मचने के चलते यह योजना रद्द की गई थी। कॉस्ट ऑफ लिविंग संकट के दौरान इसकी आलोचना हुई थी। ब्रिटेन की सरकार ने बाजार और पाउंड पर नकारात्मक असर डालने वाले कर कटौती पैकेज के कुछ अहम प्रावधानों को वापस लेने की घोषणा की। सत्ताधारी कंज़रवेटिव पार्टी की वार्षिक बैठक के दूसरे दिन वित्त मंत्री क्वासी क्वारतेंग ने ट्वीट कर कहा था कि वो 45 प्रतिशत के इनकम टैक्स रेट को हटाने नहीं जा रहे हैं और इससे "ध्यान भटक गया" था।

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में बुधवार को रूस पर एक बहस के दौरान कश्मीर मुद्दा उठाने पर भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। रूस-यूक्रेन युद्ध के संबंध में संयुक्त राष्ट्र महासभा में मतदान के दौरान अपने स्पष्टीकरण में पाकिस्तानी राजनयिक मुनीर अकरम ने कश्मीर का मुद्दा उठाया था और दोनों के बीच समानताएं खींचने की कोशिश की थीं। भारत ने इसका कड़े शब्दों में जवाब दिया। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा, "हमने देखा है, आश्चर्यजनक रूप से एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा इस मंच का दुरुपयोग कर और मेरे देश के खिलाफ बेकार और छिछोरी टिप्पणी करने की कोशिश की गई है।"

भारतीय राजनयिक ने कहा कि इस तरह का बयान उस मानसिकता को दर्शाता है, जिसके तहत बार-बार झूठ बोला जाता है और सामूहिक अवमानना ​​का पात्र है। कंबोज ने सच्चाई सामने रखते हुए कहा, "जम्मू और कश्मीर का पूरा क्षेत्र हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा... हम पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को रोकने का आह्वान करते हैं ताकि हमारे नागरिक अपने जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार का आनंद ले सकें।"

लंदन: ब्रिटेन की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन द्वारा वीजा पर की गई टिप्पणियों से भारत सरकार के नाराज होने के बाद भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) कथित तौर पर टूटने की कगार पर है। ब्रिटेन की एक मीडिया रिपोर्ट ने बुधवार को यह दावा किया है।

‘द टाइम्स' अखबार ने सरकारी सूत्रों के हवाले से कहा कि भारत ब्रेवरमैन द्वारा की गई ‘अपमानजनक' टिप्पणी से ‘हैरान और निराश' है। मंत्री ने एफटीए के तहत भारत के लिए ‘खुली सीमाओं' की पेशकश किए जाने पर चिंता जताई थी।

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एफटीए के लिए इस साल दिवाली की समयसीमा तय की थी। हालांकि, अब इस समय तक समझौता होने की संभावना कम होती जा रही है।

समाचार पत्र ने एक सूत्र के हवाले से कहा, ‘‘अभी भी काफी सद्भाव है, लेकिन (ब्रिटेन) सरकार में शामिल कुछ व्यक्ति अभी भी बने रहे, तो यह बातचीत टूट सकती है।''

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