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हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

अम्मान: सीरिया की राजधानी दमिश्क के सईदा जेनाब जिले में रविवार को दो आत्मघाती विस्फोटों में 30 लोग मारे गये और कई घायल हो गये। यह जानकारी सीरिया के गृह मंत्रालय ने दी है। स्टेट टेलीविजन फुटेज में आत्मघाती हमलों के बाद मकानों और कारों को जलते दिखाया गया है। दोनों आत्मघाती विस्फोट शिया मुसलमानों के बड़े पवित्र धार्मिक स्थान दरगाह के पास किये गये। शहर के दक्षिणी भाग में स्थित शिया मुसलमानों के दरगाह पर शिया मुसलमान हर वर्ष ईरान लेबनान तथा अन्य देशों से आया करते हैं। सईदा जेनाब को शिया दरगाह पर पिछले कई वर्ष से संघर्ष चल रहा है। दरगाह में अली इब्न अबी तालिब की बेटी की मजार है। अली इब्न अबी हजरल मुहम्मद के चचेरे भाई थे, जिन्हें शिया उनका वास्तविक वारिस मानते हैं।

लंदन: ब्रिटेन के सांसदों को मरम्मत कार्य के लिए वेस्टमिंस्टर पैलेस छोड़ने पर शराब पर प्रतिबंध सहित शरिया कानून का पालन करना पड़ सकता है क्योंकि नये परिसर में जहां वे जाएंगे, वहां इस्लामिक कानून चलता है। ब्रिटेन की एक संसदीय कमेटी ने पसंदीदा विकल्प के तौर पर वेस्टमिंस्टर के पैलेस के बाहर हाउस ऑफ कामंस के लिए एक अस्थायी ठिकाने के तौर पर रिचमंड हाउस की पहचान की है, जो ब्रिटेन के स्वास्थ्य विभाग की जगह है। लेकिन लंदन के इस भवन को दो साल पहले इस्लामिक आधारित सुकुक वित्तीय प्रक्रिया के तहत स्थानांतरित किया गया था और लीज की शर्त है कि शरिया कानून द्वारा प्रतिबंधित उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल नहीं हो सकता।

अंकारा: तुर्की ने आज (रविवार) एक बार फिर रूस पर आरोप लगाया है कि उसके लड़ाकू विमान ने देश की हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है। हालांकि रूस ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। तुर्की ने रूस को सख्त लहजे में कहा कि रूसी लड़ाकू विमान एसयू-34 ने चेतावनी देने के बाद भी उसके हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया। रूस के रक्षामंत्री के प्रवक्ता मेजर-जनरल इगोर कोनाशीनकोव ने इन आरोपों को ‘‘पूरी तरह प्रापगैन्डा’’ करार देते हुए कहा कि किसी भी रूसी विमान ने तुर्की के हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया हैं। उन्होंने कहा, ‘‘तुर्की में लगे रडार की इतनी क्षमता नहीं है की वह किसी विशेष विमान या राष्ट्रीयता की पहचान कर सके। इस से संबंधित कोई मौखिक चेतावनी अंग्रेजी या रूसी में हमें नहीं दिया गया है।’’ तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस मामले में रूस के राजदूत को तलब किया गया।

वाशिंगटन: एक शीर्ष अमेरिकी सीनेटर ने कहा है कि सऊदी अरब पाकिस्तान में करीब 24,000 मदरसों को आर्थिक मद्द मुहैया करा रहा है और वह असहिष्णुता फैलाने के लिए धन की सुनामी भेज रहा है। सीनेटर क्रिस मर्फी ने कहा कि अमेरिका को सऊदी अरब द्वारा कट्टरपंथी इस्लाम को प्रायोजित किए जाने पर अपनी प्रभावी मौन सहमति की स्थिति को समाप्त करने की आवश्यकता है। मर्फी ने कहा कि पाकिस्तान इस बात का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है, जहां सऊदी अरब से आ रहे धन का इस्तेमाल उन धार्मिक स्कूलों को मदद के लिए किया जा रहा है, जो घृणा एवं आतंकवाद को बढा़वा देते हैं। उन्होंने शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फोरन रिलेशंस को संबोधित करते हुए कल कहा, पाकिस्तान में 24,000 ऐसे मदरसे हैं जिनमें से हजारों को मिलने वाली आर्थिक मदद सऊदी अरब से आती है।

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