ताज़ा खबरें
संभल हिंसा: सपा सांसद बर्क और पार्टी विधायक के बेटे पर मुकदमा
संसद में अडानी के मुद्दे पर हंगामा, राज्यसभा पूरे दिन के लिए स्थगित
संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा:अब तक 4 लोगों की मौत
निज्जर हत्याकांड: कनाडा में चार भारतीयों के खिलाफ सीधे होगा ट्रायल
हेमंत सोरेन ने पेश किया सरकार बनाने का दावा, 28 को लेंगे शपथ

बीजिंग: दक्षिणी चीन समुद्र को लेकर बढ़ते तनाव के बीच चीन की सेना की युद्धक क्षमता बढ़ाने के लिए इसमें आमूलचूल परिवर्तन किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने चीन की 23 लाख कर्मियों वाली जन मुक्ति सेना (पीएलए) को युद्ध जीतने के लिए कठिन प्रशिक्षण पर जोर दिया तथा बल अपने उच्च प्रौद्योगिकी वाले शस्त्रागार का विस्तार कर रहा है। पीएलए के गठन को रविवार को 89 वर्ष हो जाएंगे। शी ने पिछले चार साल में पीएलए को शीर्ष से लेकर नीचे तक फिर से व्यवस्थित किया है। विश्व का सबसे बड़ा सशस्त्र बल अपने पड़ोस में उतार-चढ़ाव भरे माहौल के बीच अपने प्रमुख शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रहा है। संसाधनों की दृष्टि से समृद्ध दक्षिणी चीन सागर पर चीन के दावे के बारे में अंतरराष्ट्रीय पंचाट के फैसले के बाद से उसके पड़ोस का माहौल उतार-चढ़ाव भरा हो गया है। शी ने कहा था कि सुधार एक व्यापक एवं क्रांतिकारी बदलाव है तथा सुधारात्मक उपायों को रोकने वाली अड़चनों और नीतिगत मुद्दों पर ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि एक मजबूत सशस्त्र बल का निर्माण किया जा सके, जो चीन के अंतरराष्ट्रीय दर्जे के अनुरूप हो। शी चीनी सेना पर अपनी पकड़ को मजबूत बना रहे हैं, ताकि वह हाल के समय में एक मजबूत शक्तिशाली चीनी नेता के रूप में उभर सकें.।पीएलएल सत्तारूढ़ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के तहत परिचालित होती है। यह अन्य सेनाओं की तरह नहीं होती जो सीधे सरकार के तहत काम करती हैं।

वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि अमेरिका भविष्य के अवसर भुनाने के लिए विश्व में सर्वश्रेष्ठ स्थान है और उन्होंने नकारात्मक मुहिम चलाने के लिए अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधा है। हिलेरी ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार टिम केन के साथ पेंसिल्वेनिया एवं ओहायो के तीन दिवसीय बस दौरे की शुरूआत करते हुए कहा, ‘डोनाल्ड ट्रंप कहते हैं कि अमेरिका कमजोर है, हम गिरावट की ओर जा रहे हैं। मैं आपको यह बता सकती हूं कि अमेरिका भविष्य के अवसर भुनाने के लिए विश्व में सबसे अच्छा देश है।’ विदेश मंत्री, प्रथम महिला एवं सीनेटर रहीं 68 वर्षीय हिलेरी ने कहा कि उनकी मुहिम सकारात्मक उर्जा पर आधारित है और उन्होंेने आरोप लगाया कि ट्रंप की मुहिम से नकारात्मकता झलकती है। राष्ट्रपति पद के लिए किसी बड़े राजनीतिक दल की पहली महिला उम्मीदवार हिलेरी ने कहा, ‘यदि आप एक निराशावादी अमेरिका का सपना देखते हैं तो हम आपके साथी नहीं है। हम उस अंधकारमय, विभाजनकारी छवि का हिस्सा नहीं बनना चाहते जो पिछले सप्ताह रिपब्लिकन कन्वेंशन में पेश की गई थी।’

वॉशिंगटन: रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने डेमोकेट्रिक पार्टी से अपनी प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन की रोजगार, टैक्स और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं को चुनौती दी है। एक दिन पहले ही हिलेरी क्लिंटन ने बढ़िया नेतृत्व प्रदान करने के वादा किया था। ‘द स्पीच’ शीर्षक वाले इस वीडियो के शुरू में उन्होंने दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों ने गुरूवार को फिलाडेल्फिया में हिलेरी के स्वीकृति भाषण को सुना होगा। इसमें कहा गया है, ‘लेकिन, वे इस चमक दमक के पीछे की नंगी सच्चाई देख सकते हैं (हिलेरी क्लिंटन के अमेरिका में-चीजें बदतर होने वाली हैं। उनकी बेइमान योजना के तहत) टैक्सों में बढ़ोत्तरी होती रहेगी। आतंकवाद फैलता है। अमेरिका के लोग नौकरियां, घर और उम्मीद खो रहे हैं।’ इसके बाद वीडियो में ट्रम्प के वादों और दृष्टिकोण को दर्शाने की कोशिश की गई है। वीडियो में कहा गया है, ‘डोनाल्ड ट्रम्प के अमेरिका में : लोग काम पर लौटते हैं, हमारे परिवार सुरक्षित हैं, अमेरिका का सपना एक बार फिर पूरा किया जा सकता है। बदलाव जो अमेरिका को एक बार फिर महान बनाते हैं।’

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक अच्छा मित्र मानते हैं और दोनों देशों ने कई परियोजनाओं पर मिलकर काम किया है। व्हाइट हाउस के उप प्रेस सचिव एरिक शुल्ज ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम भारत सरकार के साथ नजदीकी सम्पर्क में हैं। राष्ट्रपति ओबामा प्रधानमंत्री मोदी को एक अच्छा मित्र मानते हैं। हमने कई परियोजनाओं पर सहयोग किया है। शुल्ज दक्षिण चीन सागर पर चीन के व्यवहार के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे। शुल्ज ने कहा कि हाल में, विशेष रूप से अमेरिका ने भारत के साथ जिस समझौते पर मिलकर काम किया उसके चलते पेरिस जलवायु समझौता हकीकत में बदल पाया। इसलिए राष्ट्रपति को उस कार्य का अत्यधिक गर्व है। इसके साथ वह प्रधानमंत्री मोदी के, उस पर उनके कार्य के लिए आभारी हैं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि यद्यपि यह हमारे संबंध का एकमात्र पहलू नहीं है। जाहिर तौर पर हमारे बीच आर्थिक संबंध, गहरे सुरक्षा संबंध हैं। इसलिए राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपने संबंध को काफी महत्व देते हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख