भुवनेश्वर: भुवनेश्वर में लॉकडाउन के दौरान 13 वर्षीय नाबालिग से सात लोगों द्वारा कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। भुवनेश्वर के डीसीपी यूएस दास ने रविवार को बताया कि इस जघन्य कृत्य में नाबालिग की मां के सहकर्मियों सहित कम से कम सात व्यक्ति शामिल थे, और उसकी मां के सहकर्मी फरार चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि लड़की की मां ने इस घटना की शिकायत इंफो-सिटी पुलिस थाने में दर्ज कराई थी। वह यहां के एक प्रमुख निजी टीवी चैनल की कर्मचारी है। यह मामला 30 अगस्त को महिला थाने में स्थानांतरित कर दिया गया।
नाबालिग, अपनी मां के साथ इंफो-सिटी में एक किराये के मकान में रहती हैं, जबकि उसके पिता और परिवार के अन्य सदस्य यहां से 85 किलोमीटर से अधिक दूर केंद्रपाड़ा जिले में रहते हैं। यह घटना लॉकडाउन के दौरान मार्च-अप्रैल में घटी, लेकिन उस वक्त शिकायत नहीं दर्ज कराई गई, क्योंकि दोनों सहकर्मियों ने पीड़िता की मां को पुलिस को बताने पर लड़की की हत्या करने की धमकी दी थी। हालांकि, पीड़िता की मां ने अगस्त के अंत में पुलिस के समक्ष एक शिकायत दर्ज कराते हुए अपने दो सहकर्मियों, दो निजी सुरक्षा कर्मियों, एक पुलिसकर्मी और उसके दो अन्य पर अपनी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया।
पुलिस ने पीड़िता के बयान को सीआरपीसी की धारा 161 और धारा 164 के तहत दर्ज किया है और लड़की की चिकित्सकीय जांच शुक्रवार को कराई गई। डीसीपी ने बताया कि आरोपी व्यक्तियों की पहचान करने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है और इस मामले की जांच महिला थाने के प्रभारी निरीक्षक द्वारा की जा रही है। उन्होंने बताया कि आईपीसी और पॉक्सो अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।