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लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सहारनपुर में अभी पत्रकार और उसके भाई की घर में घुसकर की गई हत्या के खब़र की स्याही सूखने भी नहीं पाई थी कि आज प्रयागराज में 12 घंटो में 8 हत्याएं होने की हृदय विदारक घटना हो गई। प्रयाग राज में उपमुख्यमंत्री जी जब अपना सम्मान समारोह करवा रहे थे, बगल में सरेआम हत्या हो रही थी। सरकार अपराध नियंत्रण की सिर्फ बातें कर रही है, इस सच्चाई से प्रशासन-अपराधी अवगत हैं कि भाजपा शासन चलाने में सक्षम नहीं है। उसके वश में अब कुछ है नहीं।

अखिलेश ने यहां एक बयान में कहा, बिगड़ती कानून व्यवस्था से उत्तर प्रदेश ‘हत्या प्रदेश‘ बन गया है। क्या भाजपा यूपी की यही पहचान बनाना चाहती है? जब जनता को अपने जानमाल की सुरक्षा का ही भरोसा न हो तो फिर कैसा विकास और किस पर विश्वास? उक्त तमाम घटनाओं में पीड़ित प्रत्येक परिवार को राज्य सरकार द्वारा 50-50 लाख रूपए की सहायता देने के साथ अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करनी चाहिए। अधिकारी मनमानी कर रहे हैं। गरीब की कहीं सुनवाई नहीं। भाजपा के संरक्षण में अपराधी निरंकुश हैं।

भाजपा सरकार लाख दावा करती रहे, लेकिन जब अपराधियों को जेल से भी अपनी गतिविधियां निर्बाध रूप से चलाने की छूट मिली हुई है तो अपराधियों का राज्य के बाहर जाने का सवाल ही कहां उठता है? संविधान की शपथ लेनेवाली सरकार की यह संवैधानिक एवं नैतिक जिम्मेदारी है कि वह कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त बनाए रखे। हर नागरिक की जिंदगी सुरक्षित होनी चाहिए लेकिन हालत यह है कि लूट, हत्या, अपहरण, बलात्कार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। भाजपा की राज्य सरकार संवेदनशून्य बन गई है। प्रशासन पंगु स्थिति में आ गया है। पीड़ित जनता की सुनवाई तब कहां होगी?

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