आगरा: केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि कश्मीर भारत का अंग है। अब यहां का विकास होगा। रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। सरकार को चाहिए कि अब वह पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को भी कब्जामुक्त कराए। अठावले ने गुरुवार को सर्किट हाउस में मीडिया से वार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा कि कश्मीर पुनर्गठन बिल देश के हित में है। कश्मीर तो पहले भी हमारा था। बस यहां अनुच्छेद 370 लगी होने के कारण अनावश्यक रूप से दिक्कतें हो रहीं थीं। अब सरकार ने 370 को समाप्त कर दिया है। इससे यहां लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। बड़े-बड़े उद्योगपति कश्मीर जाएंगे। वह स्वयं भी इन उद्योगपतियों से वहां उद्योग लगाने के लिए अपील करेंगे।
उन्होंने भीड़ हिंसा (मॉब लिंचिंग) की घटनाएं रोके जाने के बारे में कहा कि वह इस मामले में प्रधानमंत्री से कानून बनाए जाने की मांग करेंगे। भीड़ हिंसा देशहित में नहीं है। बसपा सुप्रीमो द्वारा मनुवादी लोगों के साथ चले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह अपने पुराने दिन भूल गईं हैं। उन्होंने तो भाजपा के साथ मिलकर यूपी में सरकार तक बनाई थी। उस पर क्यों नहीं बोलतीं।
उन्होंने कहा कि वह तो सबका साथ-सबका विकास करने वाली पार्टी के साथ हैं। इससे देश के लोगों का भला हो रहा है। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद द्वारा 370 पर दिए गए बयानों के बारे में कहा कि वह सच्चाई जानते हुए भी साफ बात करने से कतरा रहे हैं।
पार्टी में शामिल होने वालों के नाम ही भूले
आरपीआई के अध्यक्ष रामदास अठावले के समक्ष कुछ लोगों ने पार्टी ज्वाइन की, लेकिन पार्टी में शामिल होने वालों के नाम वह नहीं बता पाए। उन्हें इन लोगों के नाम अन्य लोगों से पूछने पड़े। एक बार तो पार्टी की महिला विंग की अध्यक्ष राखी सावंत को ही शामिल होने वाले लोगों के नाम बताने पड़े।