बेंगलूरू: कर्नाटक सरकार ने अन्नाद्रमुक की नेता जयललिता के निधन के बाद उनके सम्मान में एक दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने जयललिता को तमिलनाडु की राजनीति की ‘‘दिग्गज हस्तियों’’ में से एक बताया । साथ ही उनके निधन को एक ‘‘अपूर्णनीय क्षति’’ बताया है। सिद्धरमैया ने मुख्यमंत्री बनने से पहले प्रचार सचिव और राज्यसभा सदस्य रहीं जयललिता के अन्नाद्रमुक से जुड़ने के समय को याद करते हुए कहा कि जयललिता सिर्फ तमिल सिनेमा की ही नहीं बल्कि तमिलनाडु की राजनीति की भी सबसे दिग्गज हस्तियों में से एक हस्ती बन गईं। ‘‘अब यह सबकुछ एक इतिहास है।’’ सिद्धरमैया ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘श्री शैला महात्मे, चिन्नडा गोंबे, अमारा शिल्पी जाकनाचारी, बादुकुवा डारी, मावना मागलू, माने आलिया और नान्ना कर्तव्य समेत कन्नड़, तेलुगू, तमिल, मलयालम और हिंदी में 140 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय करके जयललिता ने लोगों के दिल और दिमाग में अपने लिए एक अलग जगह बना ली थी।’’ जयललिता को राज्य की सबसे युवा मुख्यमंत्री बताते हुए सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘उस दौरान, ‘क्रेडल बेबी स्कीम’ के लिए सभी तबकों ने सराहना की थी। यह योजना उन्होंने भ्रूण हत्या को रोकने और बच्चियों को बचाने के लिए लागू की थी।’’
उन्होंने कहा कि जयललिता ने अपने शासनकाल के दौरान पूर्ण महिला पुलिस चौकी, महिला पुस्तकालय और महिला बैंक जैसे नवीन सिद्धांतों को प्रभावशाली ढंग से लागू किया।