नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव का एलान हो गया है। इस बार तीन चरणों में मतदान होगा। वोटों की गिनती चार अक्टूबर को होगी। चुनावी बिगुल बजने के बाद कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के साथ गठबंधन किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन पर 10 तीखे सवाल किए हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता के लालच में कांग्रेस देश की एकता और सुरक्षा को बार-बार खतरे में डाल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने भारत की राष्ट्रीय अखंडता को कई बार खतरे में डाला है। उन्होंने कहा कि सत्ता के लालच में कांग्रेस ने एक बार फिर अब्दुल्ला परिवार से गठबंधन किया है। ये दिखाता है कि उनकी नीयत ठीक नहीं है।
शाह ने कहा, सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा से खेलने वाली कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन कर अपने मंसूबों को देश के सामने रखा है। उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणा पत्र के वादों पर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से सोशल मीडिया मंच एक्स पर दस सवाल पूछे हैं।
गृह मंत्री शाह ने ये 10 सवाल पूछे हैं-
क्या कांग्रेस ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस’ के जम्मू-कश्मीर में फिर से ‘अलग झंडे’ के वादे का समर्थन
करती है?
क्या राहुल गांधी और कांग्रेस अनुच्छेद 370 और 35ए को वापस लाकर जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के युग में धकेलने के नेशनल कॉन्फ्रेंस के निर्णय का समर्थन करती है?
क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
क्या कांग्रेस और राहुल गांधी पाकिस्तान के साथ सीमा पार व्यापार शुरू करने के नेशनल कांफ्रेंस के निर्णय से फिर से सीमा पार से आतंकवाद और उसके पारिस्थितिकीतंत्र का पोषण करने का समर्थन करते हैं?
क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों के परिजनों को फिर से सरकारी नौकरी में बहाल करके आतंकवाद, दहशतगर्दी और बंद के दौर को फिर से लाने का समर्थन करती है?
इस गठबंधन से कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आया है। क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के नेशनल कॉन्फ्रेंस के वादे के साथ है?
क्या कांग्रेस चाहती है कि ‘शंकराचार्य पर्वत’ ‘तख्त-ए-सुलिमान’ और ‘हरि पर्वत’ ‘कोह-ए-मारन’ के नाम से जाने जाएं?
क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से भ्रष्टाचार की आग में झोंककर पाकिस्तान समर्थित गिने चुने परिवारों के हाथों में सौपने का समर्थन करती है?
क्या कांग्रेस पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है?
क्या कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर को स्वायत्तता देने की नेशनल कॉन्फ्रेंस की विभाजनकारी सोच और नीतियों का समर्थन करते हैं?
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने जम्मू-कश्मीर दौरे के दौरान फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के साथ मुलाकात की थी। इसके बाद फारूक अब्दुल्ला ने गठबंघन का एलान किया। अब दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग की चर्चा चल रही है।