रांची: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले में झटका लगा है। उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई टल गई है। इस पर सुनवाई अब सर्दी की छुट्टियों के बाद चार जनवरी को होगी। झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश अपरेश कुमार सिंह की पीठ के समक्ष प्रसाद की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने तंज कसते हुए कहा कि जमानत के मामले में बहस के लिए सीबीआई को तैयारी की क्या आवश्यकता थी? इससे पूर्व अदालत में सीबीआई ने जमानत पर बहस के लिए समय की मांग की थी, जिसे बेंच ने स्वीकार कर लिया था। इस मामले में अब सर्दी की छुट्टियों के बाद चार जनवरी को सुनवाई होगी।
चारा घोटाले के तीन मामलों में सजा काट रहे प्रसाद ने उम्र और बीमारी का हवाला देकर देवघर, चाईबासा और दुमका मामले में जमानत के लिए 11 दिसंबर को याचिका दाखिल की थी। याचिका में कहा गया है कि प्रसाद 71 वर्ष के हो गए हैं और उनको डायबिटीज, ब्लड प्रेशर सहित अन्य बीमारियां हैं। चारा घोटाला मामले में इससे पहले भी उनको जमानत मिल चुकी है। इसलिए उन्हें जमानत की सुविधा प्रदान की जाए।
प्रसाद 23 दिसंबर 2017 से जेल में हैं। हालांकि, इलाज के लिए उन्हें अदालत से कई बार औपबंधिक जमानत भी मिल चुकी है, लेकिन अदालत ने 27 अगस्त 2018 को उनकी औपबंधिक जमानत याचिका को खारिज करते हुए 30 अगस्त को समर्पण करने का निर्देश दिया था। लालू प्रसाद यादव फिलहाल रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती हैं, जहां न्यायिक हिरासत में विभिन्न बीमारियों के लिए उनका इलाज चल रहा है। फिलहाल लालू प्रसाद रांची की बिरसा मुंडा जेल में सजा काट रहे हैं।
इससे पहले हाईकोर्ट से उन्हें बेल मिली थी, तब वह मुंबई जाकर इलाज करवाकर आए थे। इससे पहले लालू प्रसाद को गुरुवार (20 दिसंबर) को आईआरसीटीसी घोटाले में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट से राहत मिली थी। इस मामले में उन्हें अंतरिम जमानत दी गई थी। रिम्स से ही वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पेश हुए थे।