चंडीगढ़: आम आदमाी पार्टी की पंजाब सरकार ने भी विधानसभा में बहुमत साबित करने का एलान किया है। दिल्ली में अगस्त में अरविंद केजरीवाल सरकार ने विश्वास प्रस्ताव लाकर बहुमत साबित किया था। अब ऐसी तैयारी पंजाब को लेकर है। इसके लिए 22 सितंबर यानी गुरुवार का दिन तय किया गया है। पिछले दिनों आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि भाजपा उसके विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है और उन्हें पार्टी छोड़ने पर करोड़ों रुपये ऑफर किए हैं।
आम आदमी पार्टी ने पिछले दिनों आरोप लगाया था कि भाजपा ने पंजाब में ऑपरेशन लोटस चलाने की कोशिश की है। इसके तहत उसने आम आदमी पार्टी के विधायकों से संपर्क किया था और उन्हें करोड़ों का ऑफर दिया था। भगवंत मान ने पंजाबी में ट्वीट किया, 'लोगों के भरोसे की कीमत को दुनिया की किसी भी करेंसी में नहीं आंका जा सकता। गुरुवार, 22 सितंबर को पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। विश्वास मत प्रस्ताव के जरिए हम साबित करेंगे कि लोगों का हम पर कितना भरोसा बना हुआ है। क्रांति जिंदाबाद।'
बता दें कि आम आदमी पार्टी रविवार देर रात ही एक सप्ताह के जर्मनी दौरे से वापस लौटे हैं। इसके बाद उन्होंने अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच मुलाकात में बहुमत परीक्षण को लेकर चर्चा हुई है। बता दें कि इसी साल मार्च में पंजाब के विधानसभा चुनाव हुए थे। ऐसे में 6 महीने बाद ही यह विश्वास मत प्रस्ताव होने वाला है। बता दें कि पंजाब विधानसभा में आम आदमी पार्टी के 92 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के 18 विधायक हैं। वहीं भाजपा के दो विधायक हैं। इस बार अकाली दल और भाजपा ने अलग चुनाव लड़ा था। वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने भी अपने ही दम पर चुनाव लड़ा था।