तेल अवीव: इजरायल और ईरान में तनातनी शनिवार (26 अक्टूबर, 2024) को तब और बढ़ गई, जब इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने ईरान में कई सैन्य ठिकानों पर 'सटीक और टारगेटेड हमले' करने का एलान किया। अब इजरायली रक्षा बलों ने ट्वीट किया, "हिज़्बुल्लाह के बिंट जेबिल क्षेत्र के कमांडर अहमद जाफर मटोक को भारतीय वायुसेना के हमले में मार गिराया गया। एक दिन बाद, भारतीय वायुसेना ने बिंट जेबिल क्षेत्र में उनके उत्तराधिकारी और हिज़्बुल्लाह के तोपखाने के प्रमुख को भी मार गिराया।"
आईडीएफ ने बताया कि हिजबुल्लाह के बिंट जेबिल क्षेत्र के कमांडर अहमद जाफर मटोक को वायुसेना के हमले में मार गिराया गया। एक दिन बाद, आईएएफ ने बिंट जेबिल क्षेत्र में उनके उत्तराधिकारी और हिजबुल्लाह के तोपखाने के प्रमुख को भी मार गिराया। इन तीनों आतंकवादियों ने बिंट जेबिल क्षेत्र से कई आतंकवादी हमलों का निर्देशन और संचालन किया, जिसमें दक्षिणी लेबनान में कार्यरत इजरायली नागरिकों और आईडीएफ सैनिकों पर टैंक रोधी मिसाइलों को दागना भी शामिल था।
इजरायली सेना ने 12 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया
फिलिस्तीनी कैदी समाज और बंदियों और पूर्व बंदियों के मामलों के आयोग के एक बयान के अनुसार, बंदियों को हेब्रोन, रामल्लाह और जेनिन के गवर्नरेट से पकड़ा गया था। 7 अक्टूबर, 2023 से अब तक कब्जे वाले वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम में 11,400 से अधिक फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया गया है।
ईरान पर हमलों से ‘सभी उद्देश्य पूरे हो गए’: बोले नेतन्याहू
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वह शनिवार को ईरान पर इजरायल के हवाई हमलों के परिणाम से खुश हैं। नेतन्याहू ने पिछले साल 7 अक्टूबर को हुए हमलों की हिब्रू कैलेंडर वर्षगांठ के मौके पर अपने भाषण में कहा, "हमने वादा किया था कि हम ईरानी हमले का जवाब देंगे और शनिवार को हमने हमला किया। ईरान पर हमला सटीक और शक्तिशाली था, जिससे इसके सभी उद्देश्य पूरे हो गए।"
दरअसल, इजरायल और ईरान में तनातनी शनिवार (26 अक्टूबर, 2024) को तब और बढ़ गई, जब इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने ईरान में कई सैन्य ठिकानों पर 'सटीक और टारगेटेड हमले' करने का एलान किया। इसके साथ ही तेहरान को चेतावनी दी कि अगर उसने तनाव बढ़ाने की गलती की तो जवाब दिया जाएगा। आईडीएफ के अनुसार, शनिवार सुबह इजरायली वायु सेना (आईएएफ) के सहयोग से तीन चरणों में ये हमले किए गए। यह कार्रवाई 1 अक्टूबर को तेहरान बैलिस्टिक मिसाइल अटैक का जवाब थी।
इजरायली डिफेंस फोर्सेज ने कहा, "आईडीएफ ने अपना मिशन पूरा कर लिया है। अगर ईरानी शासन ने नए सिरे से तनाव बढ़ाने की गलती की, तो हम जवाब देंगे।" साथ ही कहा कि आईएएफ के विमान ऑपरेशन से सुरक्षित वापस आ गए हैं।
आईडीएफ ने कहा, "जो लोग इजरायल को धमकी देते हैं और क्षेत्र में तनाव बढ़ाने की कोशिश करते हैं, उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। आज की कार्रवाई इजरायल राज्य और उसके नागरिकों की आक्रामक और रक्षात्मक दोनों तरह से रक्षा करने की हमारी क्षमता और प्रतिबद्धता को दर्शाती है।"
आईडीएफ ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर वायुसेना ने ईरान में उन मैन्युफैक्चरिंग साइट्स को निशाना बनाया, जहां पिछले वर्ष इजरायल पर दागी गई मिसाइलों का निर्माण किया गया था।
आईडीएफ ने कहा कि ये मिसाइलें इजरायली नागरिकों के लिए 'प्रत्यक्ष और तत्काल खतरा' हैं। इसके अलावा, इस अभियान में सतह से हवा में मार करने वाली ईरानी मिसाइलों को भी निशाना बनाया गया, जिसका उद्देश्य ईरानी एयर स्पेस में इजरायल की ऑपरेशनल फ्रीडम को सीमित करना था। बता दें ईरान ने अप्रैल और अक्टूबर में दो हमलों के दौरान इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें दागी थीं।
आईडीएफ ने ईरान पर इजरायल को निशाना बनाने और क्षेत्र को अस्थिर करने के लिए मध्य पूर्व में प्रॉक्सी के जरिए 'आतंकवादी गतिविधियों को फंड करने और निर्देशित करने' का आरोप लगाया।
यह हमला अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के मध्य पूर्व दौरे से लौटने के बाद हुआ। उन्होंने इजरायली अधिकारियों से संघर्ष को बढ़ाने से बचने की अपील की थी।