चंडीगढ़: मोहाली की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्रा का वीडियो बनाकर एमएमएस लीक करने की घटना को लेकर छात्र-छात्राओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। पंजाब पुलिस ने आरोपी लड़की और उसके ब्वॉयफ्रेंड सन्नी मेहता को गिरफ्तार कर लिया है और एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार आरोपी लड़की ने सन्नी मेहता को ही एमएमएस भेजा था। इस मामले की जांच के लिए एक सीनियर आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया है।
मोहाली एमएमएस लीक केस में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और एक को हिरासत में लिया गया है। मोहाली की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में एमएमएस लीक मामले में आरोपी छात्रा और उसके साथी को गिरफ्तार किया गया है। एक लड़के को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
पुलिस ने अब तक इस मामले में दो गिरफ्तारियां की हैं। एक गिरफ्तारी उस लड़की की हुई है, जिस पर वीडियो बनाने और लीक करने का आरोप है। दूसरी गिरफ्तारी उस युवक की है, जिसे इस लड़की ने वह वीडियो भेजा था। इसके अलावा एक अन्य शख्स को हिरासत में लिया गया है।
गिरफ्तारियों के बाद भी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं संतुष्ट नहीं हैं और यूनिवर्सिटी कैंपस में प्रदर्शन कर रहे हैं। नाराज छात्रों ने डीन ऑफ़िस को भी घेर रखा है। कथित आपत्तिजनक वीडियो के मामले में हंगामा हो रहा है। छात्राओं के जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन को देखते हुए यूनिवर्सिटी दो दिन के लिए बंद कर दी गई है।
यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं का आरोप है कि यूनिवर्सिटी और पंजाब पुलिस के अधिकारी मामले को दबा रहे हैं। साथ ही उनका कहना है कि जांच पूरी होने से पहले ही छात्रा का वीडियो वायरल होने की बात खारिज कर दी गई।
इस मामले में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी और पंजाब पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि किसी भी छात्रा का आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड नहीं किया गया और न ही किसी ने भी खदकुशी की कोशिश की है। इस मामले की जांच के लिए पंजाब पुलिस ने एसआईटी बना दी है।
यह मामला उस वक्त सामने आया जब एक छात्रा पर आरोप लगा कि उसने हॉस्टल में दूसरी छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो रिकॉर्ड किए और फिर उन्हें लीक कर दिया। यूनिवर्सिटी ने इस आरोप को गलत बताया। यूनिवर्सिटी के मुताबिक एक छात्रा ने अपना ही वीडियो बनाकर अपने एक दोस्त को भेजा था।
चंडीगढ़ के डीसी ने आंदोलन कर रहे छात्रों को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि मामले की जांच एसआईटी करेगी साथ ही जांच टीम में एक महिला अधिकारी भी शामिल होगी। छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। पूरे मामले की फास्ट ट्रैक जांच की जाएगी।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो-वाइसचांसलर आरएस बावा ने अपने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि अलग-अलग छात्राओं के एमएमएस वीडियो बनाए जाने की खबरें पूरी तरह से फर्जी और निराधार हैं। इस मामले में तमाम फोन और अन्य संबंधित उपकरण पुलिस के हवाले किए जा चुके हैं ताकि पुलिस मामले की गंभीरता के साथ जांच कर सके।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की पूरी गंभीरता के साथ जांच कराई जाएगी। साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी एक बयान जारी किया है। इसमें बताया गया है कि उसने इस मामले को पूरी गंभीरता से लिया है। मामले की जांच को लेकर महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने पंजाब के डीजीपी को पत्र भी लिखा है।