नई दिल्ली: संगरूर के नवनिर्वाचित सांसद और शिरोमणि अकाली दल के नेता सिमरनजीत सिंह मान ने अपने एक बयान के जरिये विवाद खड़ा कर दिया है। देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर देने वाले क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह को मान ने एक 'आतंकवादी' बताया। मान ने भगतसिंह के कार्यों का संदर्भ दिया और अंग्रेजी अधिकारी की हत्या और नेशनल असेंबली में बम फेंकने की घटना का जिक्र किया। आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई ने उनके इस बयान को अपमानजनक और शर्मनाक बताया है। मान के बयान पर पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हायर ने आपत्ति जताई है। साथ ही उन्होंने मान से इन टिप्पणियों के लिए माफी मांगने की मांग की है।
सिमरनजीत सिंह मान ने कहा, "भगत सिंह ने एक युवा अंग्रेज अधिकारी की हत्या कर दी थी, एक अमृतधारी सिख कांस्टेबल चन्नण सिंह की हत्या कर दी थी। उन्होंने उस समय नेशनल असेंबली में बम फेंका था। अब आप ही बताइए कि भगत सिंह आतंकवादी थे या भगत।"
मान ने कहा कहा, "लोगों को मार देना और पार्लियामेंट में बम फेंकना शराफत की बात है?" जब उनसे कहा गया कि वे आजादी के लिए अंग्रेजों से लड़े थे तो उन्होंने कहा कि यह आपकी सोच है। उन्होंने कहा, "कुछ भी हों वे आतंकवादी तो हैं।"
सिमरनजीत सिंह मान के बयान की आम आदमी पार्टी ने आलोचना की है। आप पंजाब के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भगतसिंह हैशटैग के साथ ट्वीट किया गया, "संगरूर सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को ‘आतंकवादी‘ कहा है, यह शर्मनाक और अपमानजनक है। पंजाबी भगत सिंह की विचारधारा से जुड़े हुए हैं और हम इस गैर जिम्मेदाराना टिप्पणी की कड़ी निंदा करते हैं।"
सिमरनजीत सिंह मान यहीं नहीं रुके। उन्होंने खालिस्तान को लेकर भी टिप्पणी की है और कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आप खालिस्तान पर बात कर सकते हैं, मीटिंग्स कर सकते हैं। खालिस्तान पर बात करने को लेकर कोई रोक टोक नहीं है।