नई दिल्ली/ चंडीगढ़: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दिल्ली में पंजाब के मुख्य सचिव और पंजाब बिजली विभाग के बड़े अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। जब केजरीवाल अधिकारियों संग बैठक कर रहे थे, तब पंजाब के सीएम भगवंत मान वहां मौजूद नहीं थे। पंजाब सीएम आज दोपहर 3:00 बजे केजरीवाल से मुलाक़ात करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कथित तौर पर पंजाब राज्य बिजली निगम के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में पंजाब के मुख्य सचिव और सचिव (ऊर्जा) भी उपस्थित थे। लेकिन इस बैठक में भगवंत मान के उपस्थित न होने की खबरों को लेकर विपक्ष ने आम आदमी पार्टी को निशाने पर लिया।
विपक्षी दलों ने केजरीवाल पर दिल्ली से रिमोट कंट्रोल के जरिए पंजाब चलाने का आरोप लगाया है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, भाजपा के मनजिंदर सिरसा और अकाली दल के दलजीत चीमा ने ट्वीट कर आप सरकार पर निशाना साधा है।
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिद्धू ने कहा कि भगवंत मान की गैरमौजूदगी में आईएएस अधिकारियों को अरविंद केजरीवाल द्वारा बुलाया गया। यह डिफैक्टो सीएम और दिल्ली के रिमोट कंट्रोल को बेनकाब करता है। यह संघवाद के उल्लंघन के साथ पंजाब का अपमान है। इस पर दोनों को जवाब देना होगा।
पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा है, "चलने दो आंधियाँ हकीकत की, न जाने कौन से झोंके से बहरूपियों के मुखौटे उड़ जाएं.. पंजाब के आईएएस अधिकारियों को सीएम भगवंत मान की गैर हाजिरी में अरविंद केजरीवाल ने तलब किया है.. यह डिफैक्टो सीएम और दिल्ली रिमोट कंट्रोल को उजागर करता है। यह संघवाद का स्पष्ट उल्लंघन, पंजाबी गौरव का अपमान है। दोनों को सफाई देनी चाहिए।"
इस मामले में दिल्ली या पंजाब में आम आदमी पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस बीच भगवंत मान ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है।