चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा के 117 सदस्यों का चुनाव करने के लिए राज्य की जनता कल मतदान करेगी। इस चुनाव में जहां शिरोमणि अकाली दल और भाजपा का गठबंधन अपने 10 साल के शासन के बाद सत्ता विरोधी लहर का सामना कर रहा है और उसकी कोशिश सत्ता में वापसी की होगी। वहीं उसे कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी से कड़ी चुनौती मिल रही है। मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद यह पहला चुनाव हो रहा है। इस चुनाव में 1.98 करोड़ लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। राज्य में शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराने के लिए अर्धसैनिक बलों की 200 से ज्यादा कंपनियां (एक कंपनी में 80-100 कर्मी होते हैं) तैनात की गई हैं। उल्लेखनीय है कि यहां चुनाव प्रचार खत्म होने से मुश्किल से दो दिन पहले एक कार बम विस्फोट हुआ, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई। पंजाब पुलिस ने इस घटना के आतंकी घटना होने की संभावना से इनकार नहीं किया। निर्वाचन कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि 'चुनावी तंत्र निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है'। अमृतसर लोकसभा सीट के लिए भी कल उपचुनाव होगा। पंजाब में शिअद-भाजपा गठबंधन, कांग्रेस और आप के बीच त्रिकोणिय मुकाबला हो रहा है। आप का दावा है कि वह दिल्ली वाली अपनी सफलता को राज्य में दोहराएगी, जहां 2015 के चुनाव में उसने कांग्रेस और भाजपा का सूपड़ा साफ कर दिया था।
चुनाव पर एक नज़र...
मतदाता : 1,98,79,069
महिला मतदाता : 93,75,546
ट्रांसजेंडर मतदाता : 415
उम्मीदवार- 1,145
महिला उम्मीदवार- 81
ट्रांसजेंडर उम्मीदवार-1
मतदान केंद्र-22,615
विधानसभा क्षेत्र (सामान्य श्रेणी)- 83
विधानसभा क्षेत्र (आरक्षित)- 34