नई दिल्ली: घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा से बर्खास्त टीएमसी की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। महुआ के खिलाफ एक और शिकायत दर्ज कराई गई है। इस बार वकील अनंत देहाद्रई ने इस नए मामले में सीबीआई को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने शक जताया कि महुआ मोइत्रा उनकी निगरानी करवा रही हैं। अनंत देहाद्रई का आरोप है कि महुआ मोइत्रा बंगाल में अपने संपर्कों का इस्तेमाल कर उनके फोन की जासूसी करा रही हैं।
अनंत का आरोप है कि टीएमसी नेता उनको पहले भी धमकी देती रही हैं कि वह जानती हैं कि अनंत कहां हैं। देहाद्रई का कहना है कि टीएमसी नेता पहले भी दूसरों की जासूसी करवाती रही हैं। बता दें कि अनंत देहाद्रई वही शख्स हैं जिन्होंने महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया था। अब उन्होंने महुआ पर अब अनंत ने जासूसी करवाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसे लेकर 29 दिसंबर को गृह मंत्री अमित शाह और सीबीआई डायरेक्टर को चिट्ठी लिखी है।
अनंत का आरोप है कि उनके फोन के महुआ ट्रैक करवा रही हैं।
अनंत ने ही उठाया था घूस लेकर सवाल पूछने का मामला
बता दें कि 14 अक्टूबर 2023 को महुआ मोइत्रा के एक्स लिव इन पार्टनर और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहद्राई ने महुआ के खिलाफ घूस लेकर संसद में सवाल पूछने की शिकायत की थी। जय अनंत देहद्राई ने इसी मामले में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे को भी एक चिट्ठी लिखी थी। 15 अक्टूबर को झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से महुआ मोइत्रा के बारे में वही शिकायत की. दुबे ने मोइत्रा को सस्पेंड करने की मांग की। वहीं 16 अक्टूबर को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर से महुआ मोइत्रा के संसद अकाउंट के लॉग-इन आईडी और आईपी की जांच कराने की मांग की। महुआ ने भी सभी सांसदों के सीडीआर और लॉग-इन डिटेल मांगी। राजीव चंद्रशेखर ने इसपर ट्वीट भी किया था।
अनंत का टीएमसी नेता पर एक और गंभीर आरोप
17 अक्टूबर को बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत को स्पीकर ने एथिक्स कमिटी को सौंप दिया। इसी दिन महुआ ने दिल्ली हाईकोर्ट में मानहानि की याचिका दायर की। 18 अक्टूबर को लोकसभा एथिक्स कमिटी ने नोटिस जारी कर 26 अक्टूबर को निशिकांत दुबे को कमिटी के सामने पेश होने को कहा। इसी दिन वकील जय अनंत देहद्राई का भी बयान लिया गया था। यह मामला इतना तूल पक़ड़ता गया कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान महुआ को लोकसभा से बर्खास्त कर दिया गया। अब अनंत ने महुआ पर एक और गंभीर आरोप लगाया हैं।