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कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार (10 दिसंबर) को एक बार फिर राज्य का बकाया केंद्र की ओर से जारी नहीं किए जाने का दावा करते हुए बीजेपी नीत मोदी सरकार पर तीखा प्रहार किया। सीएम ने दावा किया कि केंद्र पर पश्चिम बंगाल का 1.15 लाख करोड़ रुपये बकाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को या तो फंड जारी करना चाहिए या कार्यालय खाली कर देना चाहिए।

'...या तो गरीबों का पैसा दो या कुर्सी छोड़ दो'

मुख्यमंत्री बनर्जी ने यह भी कहा कि राज्य के बकाये की मांग करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, सीएम ममता ने अलीपुरद्वार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ''बंगाल के बकाया 1.15 लाख करोड़ रुपये का फंड मांगा जाएगा... हम नारा लगाएंगे कि या तो गरीबों का पैसा दो या कुर्सी छोड़ दो।'' इस मौके पर सीएम ने 93 करोड़ रुपये से ज्यादा की 70 परियोजनाओं की घोषणा भी की।

मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा, ''कुछ सांसदों के साथ मैं दिल्ली में रहूंगी। मैंने बकाया की मांग करने के लिए 18 दिसंबर से 20 दिसंबर के बीच पीएम से मिलने का समय मांगा है।''

अगर बकाया जारी किया गया होता तो ज्यादा लोगों को मिलता लाभ: सीएम

मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अगर केंद्र सरकार की ओर से पश्चिम बंगाल का बकाया फंड जारी कर दिया गया होता तो राज्य सरकार अपनी सामाजिक कल्याण योजनाओं के तहत और ज्यादा लोगों को शामिल कर सकती थी।

टीएमसी सुप्रीमो ने कहा, ''...मैं हमेशा अपना वादा निभाती हूं, बीजेपी नहीं, जिसने सभी बंद चाय बागानों को फिर से खोलने का वादा किया था... अगर हमें हमारा बकाया मिल जाता तो मैं और ज्यादा लोगों को सामाजिक योजनाएं पेश कर सकती थी।'' सीएम ममता ने कहा कि विभिन्न खातों से पश्चिम बंगाल का बकाया लंबित है, जिसमें मनरेगा, आवास योजना और जीएसटी संग्रह में का हिस्सा शामिल है।

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