कोलकाता: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जिन्होंने केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ विपक्षी ताकतों को एकजुट करने का जिम्मा लिया है। उन्होंने सोमवार को कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। इस दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी उनके साथ थे।
ममता बनर्जी ने नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद कहा, "नीतीश कुमार जी के साथ बेहद सकारात्मक बातचीत हुई। दरअसल, इस समय सभी विपक्षी दलों को एकसाथ बैठकर रणनीति तैयार करने की जरूरत है। हमें यह संदेश देना है कि हम सभी एक साथ हैं। भारत के विकास के लिए कुछ भी नहीं किया गया, शासन करने वालों को केवल प्रचार में दिलचस्पी है।"
वहीं, नीतीश कुमार ने कहा कि भाजपा के खिलाफ सभी को सतर्क होना है। इसलिए हम सभी के साथ बातचीत कर रहे हैं। नीतीश ने कहा कि ममता जी से मेरा पुराना संबंध है। हमलोगों को ज्यादा से ज्यादा मिलकर लोकसभा चुनाव के लिए साथ आना है। जो भी किया जाएगा, वो देशहित में होगा। जो अभी राज कर रहे हैं, उनका देशहित से कोई लेना-देना नहीं है। बस अपनी पब्लिसिटी के लिए सबकुछ करते हैं।
ये बैठक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व सांसद राहुल गांधी से मिलने के लिए दिल्ली की उनकी यात्रा के बाद हुई है। इस बैठक को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की नींव रखने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
बता दें कि बीते दिनों हुई बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह विपक्षी एकता और "वैचारिक लड़ाई" के लिए एक "ऐतिहासिक कदम" है। राहुल गांधी, जिन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे और जेडीयू और आरजेडी नेताओं के साथ अपनी एक तस्वीर पोस्ट की, ने कहा कि वे "एक साथ खड़े हैं, भारत के लिए एक साथ लड़ेंगे।"
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी 2024 के चुनावों से पहले अन्य दलों के साथ तालमेल बिठाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं। उन्होंने पिछले महीने कोलकाता में अपने आवास पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। साथ ही वे लगाताल विपक्षी एकता की बात कर रही है।