कोलकाता: गैर भाजपा और गैर कांग्रेस दलों के कुछ नेताओं ने भाजपा को चुनौती देने के लिए शुक्रवार को केंद्र में एक ‘संघीय मोर्चा’ बनाने का सुझाव दिया और कहा कि इस तरह की संभावना पर चर्चा के लिए वे बैठक कर सकते हैं। लगातार दूसरी बार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पद का शपथ लेने वाली तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने इस विचार का समर्थन करते हुए कहा कि समान सोच वाले दल अगर इस तरह का मोर्चा बनाते हैं तो वह उसे समर्थन देंगी। शपथ ग्रहण समारोह में यहां शिरकत करने आए लालू प्रसाद ने संवाददाताओं से कहा, ‘भाजपा को हराना जरूरी है क्योंकि पार्टी और संघ परिवार देश को विभाजित करना चाहता है। मोदी सरकार में विकास नहीं हो रहा।’ उन्होंने कहा कि धर्मनिरपेक्ष और समान सोच वाली पार्टियों को साथ बैठकर भाजपा के खिलाफ एक मोर्चा बनाने के लिए बातचीत करनी होगी। नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र में एक संघीय मोर्चा बनाने की संभावना है। उन्होंने कहा, ‘समान सोच वाले कई दल व नेता हैं और ममता बनर्जी उनमें से एक हैं। लोकतंत्र और देश के धर्मनिरपेक्ष ताने बाने के लिए यह महान दिन है।’ बहरहाल, इस पर प्रतिबद्धता व्यक्त करने से बचते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, ‘हम यहां उन्हें बधाई देने आए हैं। यह हम सबके लिए और लोकतंत्र के लिए महान दिन है।’
ऐसे मोर्चे के बारे में पूछे जाने पर ममता बनर्जी ने कहा, ‘अगर ऐसा मंच बनता है तो मैं सहयोग करने को तैयार हूं। हमें समान सोच वाले दलों के साथ चर्चा करनी होगी।’