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कोलकाता: पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से राज्‍य की दो प्रमुख पार्टियों भाजपा और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच सियासी बयानबाजी तेज हो गई। राज्‍य में चुनाव प्रचार का आगाज करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने वर्चुअल रैली में राज्‍य की सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोला था। उन्‍होंने प्रवासी मजदूरों को कथित तौर पर 'कोरोना एक्‍सप्रेस' कहने के मामले में सीएम पर निशाना साधा था और कहा था- दीदी, आपका यह संबोधन (कोरोना एक्‍सप्रेस) ही राज्‍य की सत्ता से आपके बाहर होने का रास्‍ता तैयार करेगा।

इस मुद्दे पर सीएम ममता बनर्जी ने भी प्रतिक्रिया देने में देर नहीं लगाई। 'ममता दीदी' ने अपने जवाब में कहा, 'मैंने कभी भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन को ‘कोरोना एक्सप्रेस' नहीं कहा; मैंने वही कहा, जो लोग कह रहे हैं।' उन्‍होंने कहा कि यदि लॉकडाउन की घोषणा के पहले केंद्र ने श्रमिक ट्रेनें भेजी होतीं, तो लोगों को इतनी मुश्किलों को सामना नहीं करना पड़ता। उन्‍होंने कहा कि ट्रेन सेवाओं को एक कारण से बंद रखा गया था ताकि लोग एक स्‍थान से दूसरे स्‍थान तक नहीं जाएं क्‍योंकि ऐसे में कोरोना संक्रमण फैल सकता है। इसलिए मैंने यह कहा....आप सब गलत समझे।

ममता बनर्जी ने कहा, 'मैंने कभी कोरोना एक्सप्रेस नहीं कहा। मैंने कहा जनता कह रही है। आप मेरा मूल बयान देख सकते हैं। मैंने कहा, ऐसा जनता ने कहा क्‍योंकि आपके मन में श्रमिकों के लिए सहानुभूति नहीं है। यदि आप 7 दिनों के लिए श्रमिक एक्सप्रेस चलाते और लॉकडाउन की घोषणा के पहले उन्‍हें घर भेजते तो तीन महीने तक इन श्रमिकों को नुकसान नहीं उठाना पड़ता था। आपको हमसे सीखना चाहिए। यहां के प्रवासी कहीं नहीं जाना चाहते थे। बंगाल की सीएम ने कहा, प्रवासी संकट अनियोजित लॉकडाउन के कारण पैदा हुआ। 11 लाख लोग बंगाल लौटे हैं।

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