कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अम्फान प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद उनके साथ विस्तार से चर्चा की। पीएम मोदी के साथ समीक्षा बैठक करने के बाद सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल को 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। आपको बता दें कि केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल को अम्फान तूफान से हुई क्षति के लिए तुरंत एक हजार करोड़ रुपये की मदद देगी।
ममता बनर्जी ने बताया कि पीएम मोदी को विस्तार से बताया कि संकट की इस घड़ी में हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए। बंगाल में पोस्ट-साइक्लोन स्थिति के बारे में उनके साथ चर्चा की। ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने (पीएम) ने आपातकालीन कोष से 1000 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है, लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह अग्रिम होगा या पैकेज। उन्होंने कहा कि वह बाद में फैसला करेंगे लेकिन उन्होंने कहा कि यह अग्रिम भी हो सकता है। मैंने कहा कि आप जो भी फैसला करेंगे, हम आपको विवरण देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहत पैकेज के एलान के साथ क्या कहा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चक्रवात प्रभावित पश्चिम बंगाल को एक हजार करोड़ रुपये की अंतरिम मदद देने की सोमवार को घोषणा की। उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ स्थिति की समीक्षा के बाद एक वीडियो संदेश में मोदी ने चक्रवात अम्फान की चपेट में आकर जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा भी की। चक्रवात की चपेट में आने से अभी तक राज्य में कम से कम 77 लोगों की जान जा चुकी है।
उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मिदनापुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में बुनियादी ढांचे, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है मोदी ने कहा कि मैं राज्य को 1000 करोड़ रुपये की अंतरिम मदद देने की घोषणा करता हूं। घरों के अलावा कृषि, बिजली और अन्य क्षेत्रों को पहुंचे नुकसान का विस्तृत आकलन किया जाएगा। उन्होंने कहा, '' संकट और निराशा के इस समय में पूरा देश और केन्द्र बंगाल के लोगों के साथ है।
पीएम मोदी के साथ सर्वे से पहले ममता बनर्जी ने क्या कहा था
पश्चिम बंगाल में चक्रवात प्रभावित इलाकों का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हवाई दौरा करने से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में आई यह आपदा किसी राष्ट्रीय आपदा से कहीं अधिक है। राज्य में चक्रवात की चपेट में आने से अभी तक 80 लोगों की जान जा चुकी है। बनर्जी ने कहा कि स्थिति के सामान्य होने में समय लगेगा क्योंकि चक्रवात ने बंगाल में करीब सात से आठ जिलों में तबाही मचाई है और राज्य की करीब 60 प्रतिशत आबादी इससे प्रभावित है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई-अड्डे पर मोदी का स्वागत करने पहुंची ममता ने पत्रकारों से कहा कि यह किसी राष्ट्रीय आपदा से कहीं अधिक है। मैंने अपनी जिंदगी में ऐसी तबाही कभी नहीं देखी। पश्चिम बंगाल की 60 प्रतिशत आबादी इससे प्रभावित है। छह करोड़ से अधिक लोग इससे प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा, '' स्थिति सामान्य होने में समय लगेगा...यह एक भयावह आपदा है। हमारे सभी अधिकारी और मंत्री प्रयास कर रहे हैं। पुलिस भी लगातार काम कर रही है। हम लॉकडउन, कोविड-19 और अब आपदा तीन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। गांव पूरी तरह तबाह हो गए हैं।
उन्होंने कहा, ''फोन सेवाएं ठप पड़ गई हैं। मेरा लैंडलाइन काम कर रहा है लेकिन मेरा मोबाइल फोन काम नहीं कर रहा। हालात इतने खराब हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी उनसे फोन करके स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की थी। साथ ही ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी मदद की पेशकश की है। ममता ने कहा कि वह शनिवार को कुछ और स्थानों का दौरा भी करेंगी।