कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर राज्य के लिए केंद्रीय कोष में कटौती और इसे जारी करने में अप्रत्याशित देरी पर चिंता प्रकट की। ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य को जनवरी 2020 तक 50,000 करोड़ रुपये के कुल केंद्रीय कोष का अपना हिस्सा अभी तक नहीं मिला है। अपने पत्र में मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा है कि 2019-20 में राष्ट्रीय जीडीपी के पांच प्रतिशत दर रहने की तुलना में राज्य की जीडीपी 10.4 प्रतिशत से आगे बढ़ी है।
बनर्जी ने लिखा, 'केंद्र सरकार से राज्य के लिए केंद्रीय कोष में कटौती और हमारे लिए धनराशि जारी करने में अप्रत्याशित देरी को लेकर गहरी चिंता के साथ मैं चिट्ठी लिख रही हूं।' उन्होंने कहा कि अप्रत्याशित देरी से राज्य के कल्याण के लिए प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में बड़ी मुश्किलें हो रही हैं। उन्होंने अपने पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया कि कैसे राज्य को 11,000 करोड़ रुपये से अधिक के फंड से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बंगाल को विभिन्न केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लिए अनुमानित 36,000 करोड़ रुपये नहीं मिले हैं।
गौरतलब है कि पीएम मोदी की पिछले दिनों कोलकाता यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी ने उनसे शिष्टाचार भेंट की थी। इस मुलाकात के दौरान भी उन्होंने प्रदेश के बकाया केंद्रीय कोष के तत्काल
भुगतान की बात कही थी।