कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 जनवरी यानी आज से कोलकाता के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। वे कोलकाता एयरपोर्ट पर पहुंच चुके हैं। इस दौरान उनका कोलकाता बंदरगाह ट्रस्ट की 150वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित समारोह में शामिल होने और धरोहर इमारतों को राष्ट्र को समर्पित करने का कार्यक्रम है। इस बीच यह भी खबर आ रही है कि नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर जारी तल्खी के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा कर सकती हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, शनिवार को प्रधानमंत्री कोलकाता में चार धरोहर इमारतों को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। बयान में कहा गया है कि इन इमारतों में पुराना करेंसी बिल्डिंग, बेल्वेदेरे हाउस, मेटकॉफ हाउस और विक्टोरिया मेमोरियल हाल शामिल है। संस्कृति मंत्रालय ने इनकी मरम्मत एवं साज सज्जा का काम किया है। मंत्रालय विभिन्न मेट्रो शहरों में ऐसी प्रसिद्ध इमारतों के आसपास सांस्कृतिक स्थलों का विकास कर रही है। इसके तहत कोलकाता, दिल्ली, मुम्बई, अहमदाबाद और वाराणसी में परियोजना को लिया गया है।
शनिवार एवं रविवार को मोदी कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे । वे कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के वर्तमान एवं सेवानिवृत कर्मचारियों के पेंशन फंड मे कमी को पूरा करने के लिये अंतिम निपटारे के तहत 501 करोड़ रूपये का चेक भी भेंट करेंगे।
मोदी के दौरे के विरोध में प्रदर्शन, हवाई अड्डे के बाहर नारेबाजी
शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्धारित दौरे के खिलाफ सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता हवाई अड्डे के बाहर और राज्य के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को प्रदर्शन किया। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता कोलकाता हवाई अड्डे के बाहर एकत्र हुए और मोदी के खिलाफ नारेबाजी की तथा मांग की कि उन्हें शहर में उतरने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए एसएफआई के कार्यकर्ता यादवपुर विश्वविद्यालय, गोलपार्क, कॉलेज स्ट्रीट, हातीबगान और एस्प्लेनेड के पास हाथों में पोस्टर लेकर जमा हुए जिन पर ‘फासीवाद के खिलाफ छात्र' जैसे नारे लिखे हुए थे।
एसएफआई नेता देबराज देबनाथ ने कहा, “हम प्रधानमंत्री के दौरे का विरोध करते हैं जो भेदभाव से भरे संशोधित नागरिकता कानून, राष्ट्रीय नागरिक पंजी और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में भगवा ताकतों द्वारा किए गए हमले के पीछे हैं।” उन्होंने कहा, “हम मोदी, अमित शाह और अन्य भाजपा नेताओं के दौरे के खिलाफ हैं जो बंगाल के लोगों को विभाजित कर रहे हैं।”