कोलकाता: चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में एक जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक सहित 15 प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के ‘‘तुरंत’’ तबादला करने के आज आदेश दिये । इस बीच चुनाव संबंधी हिंसा में बर्धमान जिले लोधना में माकपा के दो कार्यकर्ताओं की कथित हत्या कर दी गयी जिसके लिए पार्टी ने तृणमूल पर आरोप लगाया है। इस बीच आयोग ने कहा कि राज्य में गुरूवार को राज्य विधानसभा की 62 सीटों के लिए तीसरे चरण के मतदान में कुल 82.28 प्रतिशत का मतदान हुआ। आयोग ने आज कहा कि उसने दक्षिणी 24 परगना जिले के जिलाधिकारी पी बी सलीम तथा उत्तरी 24 परगना जिले के पुलिस अधीक्षक तन्मय रायचौधरी का तुरंत प्रभाव से तबादला करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा आयोग ने दक्षिणी 24 परगना, हुगली, उत्तरी 24 परगना एवं कूच बिहार के छह अधिकारी प्रभारी का तबादला करने का भी निर्देश दिया है। इसी प्रकार सात निरीक्षक प्रभारियों के स्थानांतरण के आदेश दिये गये हैं। आयोग ने कहा कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के चौथे एवं पांचवे चरण में कानून मशीनरी को और मजबूत बनाने के लिए तबादलों के आदेश दिये गये हैं।
इस बीच, पुलिस अधीक्षक गौरव शर्मा ने बताया कि माकपा के पोलिंग एजेंट एस के फजल हक :56: तथा दुखीराम दल (56) जब कल रात आठ बजे घर लौट रहे थे तो कुछ सशस्त्र लोगों ने उन पर लाठियों एवं लोहे की छड़ों से हमला किया। दोनों ही लोगों को बर्धमान मेडिकल कालेज एवं अस्पताल ले जाया गया जहां कुछ देर बाद उनकी मौत हो गयी। माकपा के महासचिव सूर्यकांत मिश्रा ने आतंक फैलाने एवं चुनाव पश्चात हिंसा के लिए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उधर चुनाव आयोग ने बताया कि तीसरे चरण के लिए कल शाम छह बजे समाप्त हुए मतदान में कुल 82.28 प्रतिशत मतदान हुआ। उल्लेखनीय है कि दूसरे चरण में 83.05 प्रतिशत मतदान हुआ था।