नई दिल्ली: महागठबंधन की कोशिशों को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने झटका दे दिया है। अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अहम बैठक में उन्होंने भाजपा, काग्रेस और सीपीएम पर जमकर हमला बोला। ममता ने इस दौरान भाजपा को माओवादियों के साथ भी जोड़ा। ममता ने भाजपा, कांग्रेस, माकपा और माओवादियों पर आरोप लगाया कि बंगाल में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ हाथ मिला लिए हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि सीपीएम भाजपा के चरणों में गिरी हुई है और डूबने से बचने के लिए उनके तिनकों का सहारा ले रही है। वहीं, कांग्रेस दिल्ली में भाजपा का विरोध कर रही है और यहां उनसे हाथ मिला रही है। कांग्रेस के नियम और सिद्धांत कहा हैं? उन्होंने कहा कि सीपीएम, माओवादी और भाजपा ये सभी समाज के कलंक हैं।
भाजपा कर रही ईवीएम से छेड़छाड़'
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि राज्य में वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए भगवा दल ईवीएम से छेड़छाड़ कर रही है। उन्होंने कहा, 'मतदाता सूची के पुनरीक्षण का काम शुरू हो गया है। सुनिश्चित करिए की प्रक्रिया का पालन किया जाए। ईवीएम से छेड़छाड़ करना भाजपा की आदत है। हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं को सतर्क रहना चाहिए और उनकी निगरानी करनी चाहिए।'
महेशताला में मई में हुए विधानसभा उपचुनावों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय इस्तेमाल किए गए 30 फीसदी ईवीएम ठीक से काम नहीं कर रहे थे। उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ करती है। हर मशीन की निगरानी करनी होगी।'
तृणमूल कार्यकर्ताओं को भी लगाई फटकार
ममता बनर्जी ने कार्यकर्ताओं को कड़ा संदेश देकर उनसे अंदरूनी कलह और आत्मसंतोष से बाज आने और एकजुट होकर काम करने को कहा. ममता ने आदिवासी जंगलमहल इलाके में कार्यकर्ताओं के एक तबके पर पिछले महीने हुए पंचायत चुनाव में निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया, जिसकी वजह से पार्टी को कुछ सीटों पर शिकस्त का सामना करना पड़ा। तृणमूल कांग्रेस की विस्तारित कोर समिति की बैठक में ममता ने कहा, 'हमने वर्षों के संघर्ष के बाद पार्टी (तृणमूल कांग्रेस) बनाई। हम लोगों के समर्थन से सत्ता में आए। अगर कुछ (कार्यकर्ता) यह सोचते हैं कि वे पार्टी से बड़े हैं, तो बाहर जाने के लिए दरवाजा खुला है। सिर्फ ममता बनर्जी काम करें और अन्य सत्ता में होने का आनंद ले यह नहीं चल सकता है।'
भाजपा चरमपंथी संगठन'
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भाजपा को 'चरमपंथी संगठन' बताया जो लोगों को धार्मिक आधार पर बांटने में लगी हुई है। उन्होंने चुनौती दी कि भाजपा उनकी पार्टी पर हमला करके दिखाए। तृणमूल कांग्रेस की विस्तारित कोर समिति की बैठक में उन्होंने कहा, 'हम भाजपा की तरह चरमपंथी संगठन नहीं हैं। वे अहंकारी और असहिष्णु हैं। वे धार्मिक रूप से पक्षपाती हैं। वे मुस्लिमों, ईसाइयों, सिखों को पसंद नहीं करते, वे हिंदुओं में भी अगड़ी जाति और पिछड़ी जाति के लोगों के बीच भेदभाव करते हैं।'