कोलकाता: राज्य के कुछ हिस्सों में पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के खराब प्रदर्शन और पार्टी की आंतरिक लड़ाई की गाज मंगलवार को राज्य के तीन मंत्रियों और उत्तर दमदम नगरपालिका के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन पर गिर गयी। अन्य पिछड़ा वर्ग मामलों के मंत्री चूड़ामणि महतो, आदिवासी विकास मामलों के मंत्री जेम्स कुजुर व अवनी जोआरदार (कोई विभाग नहीं) को मंत्री पद से हटा दिया गया है।
वहीं, उत्तर दमदम नगरपालिका के चेयरमैन कल्याण कर और वाइस चेयरमैन शेख नजुमुद्दीन को हटाकर सुबोध चक्रवर्ती को चेयरमैन और लोपामुद्रा दत्ता चौधरी को वाइस चेयरपर्सन बनाया गया है। सुबोध चक्रवर्ती पहले नगरपालिका में ही सीआइसी के पद पर थे। लोपामुद्रा 32 नंबर वार्ड की पार्षद हैं। नगरपालिका में यह फेरबदल पार्टी में आंतरिक विवाद की वजह से हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, चूड़ामणि महतो व जेम्स कुजुर ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सौंप दिया है। गौरतलब है कि चूड़ामणि महतो झाड़ग्राम जिले से हैं तथा पिछड़े वर्ग के नेता माने जाते हैं।
उसी तरह से जेम्स कुजुर भी अलीपुरद्वार के आदिवासी इलाके के नेता हैं, लेकिन पंचायत चुनाव में इन दोनों इलाकों में तृणमूल कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है, जबकि अवनी जोआरदार के पास फिलहाल कोई विभाग नहीं था। वह बीमार चल रहे थे।
2016 में दूसरी बार मुख्यमंत्री पद का शपथ लेने के बाद सुश्री बनर्जी ने राज्य मंत्रिमंडल में पहली बार फेरबदल किया है। इस माह के अंत में सुश्री बनर्जी चीन दौरे पर जाने वाली हैं। अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि हटाये गये मंत्रियों के बदले किन्हें नया मंत्री बनाया जायेगा, लेकिन सूत्रों का कहना है कि चीन दौरे के पहले सुश्री बनर्जी नये मंत्री के नामों की घोषणा कर देंगी। उल्लेखनीय है कि पंचायत चुनाव में खराब प्रदर्शन के कारण सोमवार को आइपीएस अधिकारियों में भारी फेरबदल किया गया था।
मंत्री ने पार्षदों को लेकर की बैठक
सूत्रों के मुताबिक, उत्तर दमदम नगरपालिका के पार्षदों को लेकर मंगलवार को एक बैठक हुई। बैठक में राज्य के खाद्य मंत्री व उत्तर 24 परगना जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष ज्योतिप्रिय मल्लिक, तृणमूल सांसद सौगत राय, राज्य के स्वास्थ्य विभाग की मंत्री चन्द्रिमा भट्टाचार्य, जिला पर्यवेक्षक निर्मल घोष, उत्तर दमदम के विधान मिश्रा, सुखेन मजूमदार, पार्थ भौमिक समेत अन्य कई लोग मौजूद थे। बैठक में कई विषयों पर विचार-विमर्श हुआ और उत्तर दमदम में हुई घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसका सख्त निर्देश दिया गया।