कोलकाता: दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में पीजीसीआईएल उपस्टेशन के निर्माण को लेकर हिंसक झड़प के एक दिन बाद आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस से लोगों को भड़काने वाले ‘बाहरियों’ की पहचान करने और उन्हें वहां से भगाने का निर्देश दिया। वैसे आज भी छिटपुट हिंसक घटनाएं हुईं। पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि दिन में पुलिस महानिदेशक ओर कोलकाता के पुलिस आयुक्त समेत शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक करने वालीं ममता बनर्जी ने कहा कि किसी को भी उकसाने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए और कड़ाई से कानून लागू किया जाना चाहिए। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने पुलिस से बाहरियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। हालांकि जब ममता बनर्जी से पूछा गया तो उन्होंने बैठक के बारे में कुछ नहीं कहा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आज सुबह उत्तेजित ग्रामीणों ने एक पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की और एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘इलाके से सुरक्षाबलों को हटा लिया गया लेकिन हम वहां हालात पर नजर रख रहे हैं।’ कल भांगर में झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी और एक अन्य घायल हो गया था। ग्रामीणों ने दावा किया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलायीं जबकि पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों के दो गुटों के बीच गोलीबारी हुई।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अनुज शर्मा ने कहा, ‘कोई पुलिस गोलीबारी नहीं हुई। पुलिस ने एक भी गोली नहीं चलायी।’ दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी में एक अन्य व्यक्ति की भी जान चले जाने की अपुष्ट खबर है। राज्य के उर्जा मंत्री सोभनदेव चट्टोपाध्याय से जब इस बारे में संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हालात सामान्य होने के बाद आंदोलनकारी ग्रामीणों और किसानों के साथ निश्चित रूप से बैठक करेगी। उन्होंने कहा, ‘भांगर में हालात नियंत्रण में हैं। अभी तक वहां किसी दूसरे शख्स के मारे जाने की कोई खबर नहीं है। और वहां कहीं भी किसी विरोध प्रदर्शन की कोई खबर नहीं है।’ मृतक के परिवार को मुआवजे के सवाल पर चट्टोपाध्याय ने कहा कि ममता मामले पर गौर कर रहीं हैं और इस बारे में निर्णय करेंगी।