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पटना: बिहार में एक बार फिर उठी 'औकात' की बात। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन डीजीपी ने सुशांत केस में रिया को लेकर 'औकात' शब्द का इस्तेमाल किया था। जिसके बाद काफी बवाल भी हुआ था। तब तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने अपनी सफाई दी थी। इस बार मामला पूरी तरह अलग है और इस बार नेता प्रतिपक्ष सह राजद नेता तेजस्वी यादव ने बिहार की राजनीति में औकात शब्द का इस्तेमाल करते हुए नीतीश सरकार समेत एनडीए के सांसद, नेताओं और मंत्रियों को सीधी चुनौती दे डाली है।

दरअसल तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए एनडीए सरकार से पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने की चुनौती देते हुए औकात की बात कह दी है। तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए कहा कि- बिहार की डबल इंजन सरकार, एनडीए के अनेक दलों, एनडीए के 40 में से 39 लोकसभा सांसदों, 9 राज्यसभा सांसदों, बिहार से केंद्र में आधा दर्जन मंत्रियों, दो-दो उपमुख्यमंत्रियों और मुख्यमंत्री की क्या इतनी नैतिक और राजनीतिक औक़ात है कि पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिला सके?

 

आपको बता दें कि बता दें कि अक्टूबर 2017 में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और बीजेपी की बिहार में सरकार बनने के बाद एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना यूनिवर्सिटी को विश्व की श्रेष्ठ यूनिवर्सिटी बनाने के लिए कोशिश करने का दावा किया था। इसी कार्यक्रम में पीएम के साथ मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीएम मोदी से पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाने की मांग की थी। इसे लेकर बिहार सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भी भेजा था। लेकिन इस प्रस्ताव पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं इसके अलावा नीतीश सरकार ने पीएम से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा भी दिलाने की मांग की थी। कार्रवाई नहीं होने से विपक्ष दोनों मुद्देां को लेकर एनडीए सरकार और नीतीश सरकार को गाहे बगाहे कटघरे में खड़े करता रहा है।

 

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