नई दिल्ली: बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग में महज कुछ दिन ही शेष हैं। इस वजह से चुनावी मैदान में उतर रहीं सभी पार्टियां एक-एक कर चुनावी घोषणापत्र जारी कर रही हैं। भाजपा ने गुरुवार को बिहार के लिए जारी किए घोषणापत्र में एक ऐसा वादा कर दिया है, जिसपर घमासान शुरू हो गया। कांग्रेस, आरजेडी से लेकर विभिन्न दल भाजपा पर निशाना साध रहे हैं। यह चुनावी वादा कोरोना वैक्सीन को लेकर है। भाजपा ने वादा किया है कि यदि बिहार में एनडीए की सरकार बनती है तो वह राज्य की जनता को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन उपलब्ध कराएगी। भाजपा का वादा करने के तुरंत बाद ही विवाद शुरू हो गया। विपक्ष ने भाजपा पर हमला बोला है।
बिहार में सरकार बनने पर राज्य की जनता को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन दिए जाने के एलान के बाद मचे बवाल पर भाजपा को सफाई पेश करनी पड़ी है। बिहार भाजपा इंचार्ज भूपेंद्र यादव ने कहा है कि यह बिहार इलेक्शन का मेनिफेस्टो है। केंद्र सरकार कम से कम कीमत पर वैक्सीन उपलब्ध कराएगी। हमने वादा किया है कि हमारी बिहार सरकार मुफ्त में इसे उपलब्ध कराएगी।
भूपेंद्र यादव ने कहा, ''पब्लिक हेल्थ के मुद्दे पर राजनैतिक दलों को संवेदनशील होना चाहिए। हम अपने वादे को पूरा करेंगे।''
विपक्षी दलों का भाजपा पर हमला
वैक्सीन के चुनावी वादे पर कांग्रेस, आरजेडी ने भाजपा को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि प्रवासी मजदूरों के संकट में, बिहार के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री ने कहा था कि वे राज्य में बिहारियों को आने नहीं देंगे। प्रधानमंत्री का कहना है कि एक साल से पहले वैक्सीन नहीं आ पाएगी। हजार बिहारियों की कोरोना वायरस के चलते मौत हो चुकी है। क्या केंद्रीय मंत्रियों को इसकी चिंता है? वे बिहार की जनता का अपमान कर रहे हैं।
वहीं, कांग्रेस ने वित्त मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस के वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्या वित्त मंत्री यह बता रही हैं कि अन्य राज्यों के लोगों को वैक्सीन खरीदने के लिए पैसे खर्च करने पड़ेंगे? क्या भाजपा सरकार भारतीय जनता की जिंदगी बचाने के लिए उनसे पैसे लेगी? पोलियो से लेकर स्मॉलपॉक्स तक, सभी मुख्य वैक्सीनेशन प्रोग्राम हमारे यहां लोगों के लिए मुफ्त हैं। क्या भाजपा का इरादा इससे उल्टा है? आरजेडी ने भी वैक्सीन मुद्दे पर भाजपा पर हमला बोला है।
तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी ने ट्वीट करते हुए कहा, ''कोरोना का टीका देश का है, भाजपा का नहीं! टीका का राजनीतिक इस्तेमाल दिखाता है कि इनके पास बीमारी और मौत का भय बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं है! बिहारी स्वाभिमानी हैं, चंद पैसों में अपने बच्चों का भविष्य नहीं बेचते!''
चुनाव आयोग से हुई शिकायत
भाजपा का यह वादा चुनाव आयोग पहुंच गया है। एक्टिविस्ट साकेत गोखले ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत करते हुए कहा कि भाजपा का नि:शुक्ल टीके लगवाने का वादा चुनाव के दौरान केंद्र सरकार की शक्तियों का दुरुपयोग है। गोखले ने शिकायत में कहा कि यह किसी पार्टी नेता नहीं बल्कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा की गई घोषणा है। अभी तक केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीन देने के पैमाने के बारे में कोई अधिकारिक नीति घोषित नहीं की है। कोरोना के कारण देश के हर राज्य को नुकसान हुआ है और बिहार की तरह ही सभी राज्यों के लोग इससे प्रभावित हैं। चुनाव आयोग को इस बारे में तुरंत कार्यवाही करने की मांग की गई है।
राहुल गांधी ने क्या कहा?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा है कि भारत सरकार ने कोविड वैक्सीन वितरण की घोषणा कर दी है। ये जानने के लिए कि वैक्सीन और झूठे वादे आपको कब मिलेंगे, कृपया अपने राज्य के चुनाव की तारीख़ देखें।
अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने एक ट्वीट में कहा, 'गैर-भाजपा शासित राज्यों का क्या? क्या जिन भारतीयों ने भाजपा को वोट नहीं किया, उन्हें फ्री में कोविड वैक्सीन नहीं मिलेगी?'
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी भाजपा को अवसरवादी बताया है। अखिलेश ने ट्विटर पर कहा, “आज देश की सत्ताधारी भाजपा बिहार के अपने घोषणापत्र में कह रही है कि वो बिहार के लोगों के लिए कोरोना का टीका मुफ़्त लगवाएगी। ऐसी घोषणा उप्र व अन्य राज्यों के लिए क्यों नहीं करी गयी. ऐसी अवसरवादी संकीर्ण राजनीति का जवाब उत्तर प्रदेश व देश की जनता आगामी चुनावों में भाजपा को देगी।”
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी वैक्सीन के मुद्दे पर भाजपा को घेरा। उन्होंने कहा कि क्या बीजेपी बिहार के लिए वैक्सीन का पैसा अपने पार्टी फंड से चुका रही है? लेकिन अगर ये सरकार के खजाने से आ रहा है तो कैसे बिहार को फ्री में वैक्सीन मिलेगी और बाकी देशवासियों को इसके पैसे देने होंगे? ये शर्मनाक है कि लोकलुभावन वादों के लिए कोरोना के डर का इस्तेमाल किया जा रहा है।