नई दिल्ली: लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के प्रमुख चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व को नकारने के बाद एक खुला पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि ''पापा (रामविलास पासवान) का अंश हूं, कभी भी परिस्थितियों से हार नहीं मानूंगा और न ही किसी भी कीमत पर ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट‘ की सोच को मिटने दूंगा। यह फैसला बिहार पर राज करने के लिए नहीं बल्कि नाज करने के लिए लिया गया है।''
चिराग पासवान ने रविवार को बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए का हिस्सा बने रहते हुए ही अलग चुनाव लड़ने का एलान किया है। उन्होंने जेडीयू के खिलाफ सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने, लेकिन भाजपा प्रत्याशियों के खिलाफ नहीं लड़ने की बात कही है।
बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू के खिलाफ अलग चुनाव लड़ने का फैसला ले चुकी एलजेपी के नेता चिराग पासवान ने खुले पत्र में लिखा है कि ''पापा ने मुझे हमेशा कहा है कि कभी भी अकेले चलने से मत घबराना, अगर रास्ता और मकसद ठीक होगा तो लाखों लोग तुम्हारे साथ आएंगे।
पापा-मम्मी और आप सभी के आशीर्वाद से अभी लम्बा सफर तय करना है, अभी और अनुभव लेना है।''
चिराग ने लिखा है कि ''बिहार राज्य के इतिहास का ये बड़ा निर्णायक क्षण है, 12 करोड़ बिहारियों के जीवन मरण का प्रश्न है क्योंकि अब हमारे पास खोने के लिए और समय नहीं है। जेडीयू के प्रत्याशी को दिया गया एक भी वोट कल आपके बच्चे को पलायन करने पर मजबूर करेगा।''
उन्होंने कहा है कि ''लोक जनशक्ति पार्टी की राह आसान नहीं है, लेकिन हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी। मुझे आशा है कि मेरी ईमानदारी, मेहनत, निष्ठा व संकल्प को देख आप सभी अपना आशीर्वाद लोक जनशक्ति पार्टी के प्रत्याशियों को देंगे ताकि बिहार को फर्स्ट बनाया जा सके। मैं पार्टी के सभी नेता व कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि पार्टी के साथ मजबूती से खड़े रहें और पार्टी के सिंबल पर लड़ रहे उम्मीदवार को जिताने में पूरी ताकत झोक दें।''