नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई रेल विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया है। उन्होंने शुक्रवार को रेलवे के एक कार्यक्रम में कोसी रेल महासेतु का उद्घाटन किया। उन्होंने इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ भी की और कहा कि 'नीतीश बाबू जैसा सहयोगी हो तो क्या कुछ संभव नहीं है।' इसी के साथ पीएम मोदी ने एनडीए के नेताओं, समर्थकों और वोटरों को दो शब्दों में संदेश दिया कि आगामी विधानसभा चुनाव ना केवल नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जा रहा है बल्कि उनका सारा समर्थन नीतीश कुमार के नेतृत्व में है।
निश्चित रूप से प्रधानमंत्री का यह कथन लोेेक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को रास नहीं आएगा क्योंकि वो हर दिन, हर मौके पर नीतीश कुमार पर निशाना साधने से नहीं चूकते हैं और उन्होंने दो टूक शब्दों में यह भी कह दिया है कि भाजपा जिसे भी नेता मानती है, वो भी उसे नेता मान लेंगे लेकिन भाजपा को जनता दल यूनाइटेड से ज़्यादा सीटों पर लड़ना चाहिए क्योंकि नीतीश कुमार के ख़िलाफ़ जनता में काफी गुस्सा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोसी नदी पर बने महासेतु के उद्घाटन के बाद अपने भाषण में कहा कि ये प्रोजेक्ट स्वर्गीय श्रद्धेय अटल जी और नीतीश बाबू का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। पीएम ने कहा कि इस ब्रिज से उत्तर विहार के मिथिला इलाके के लोगों का कोसी इलाके में रहने वाले लोगों से रेलमार्ग से संपर्क हो जाएगा। लेकिन निर्माण में 17 वर्ष लगने पर उन्होंने पूर्व के यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें इस इलाके में रह रहे लोगों की दिक्कत की फिक्र होती तो तेजी से काम होता। पीएम ने कहा कि जिस रफ़्तार से काम हो रहा था, उस रफ्तार से आज का दिन कभी नहीं आता।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने अपने छह साल के कार्यकाल के दौरान रेल के क्षेत्र में बिहार में किए गए कामों की विस्तार से चर्चा की और कहा कि जितना किलोमीटर रेलवे लाइन बिछाया गया है वो एक रिकॉर्ड है।