पटना: जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान काले झंडे दिखाने वाले पटना विश्वविद्यालय के दो छात्रों को पुलिस ने रविवार को हिरासत में ले लिया। कन्हैया के समर्थकों ने काला झंडा दिखाने वाले दोनों छात्रों की पिटाई भी की। पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में एआईएसएफ एवं एआईवाईएफ द्वारा आयोजित कार्यक्रम को कन्हैया कुमार द्वारा संबोधित किए जाने के दौरान इन दोनों छात्रों ने उनका विरोध करते हुए रूमाल रूपी काला कपड़ा दिखाया। इस पर कन्हैया के समर्थकों ने दोनों छात्रों की बुरी तरह पिटाई कर दी और उन्हें वहां मौजूद पुलिस के हवाले कर दिया। काला झंडा दिखाने वाले छात्र ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनु महाराज ने बताया कि हिरासत में लिए गए दोनों छात्रों से पूछताछ की जा रही है। गांधी मैदान थाना अध्यक्ष निखिल कुमार ने बताया कि हिरासत में लिए गए छात्रों के नाम नीतीश कुमार और मणिकांत मणि हैं और वे स्वयं को राष्ट्रवादी विद्यार्थी परिषद का सदस्य बता रहे हैं। उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार और मणिकांत मणि क्रमश: सीतामढ़ी और समस्तीपुर जिले के निवासी हैं और वर्तमान में वे पटना विश्वविद्यालय में अध्ययनरत हैं।
कार्यक्रम के दौरान विरोध करने वालों की ओर इशारा करते हुए कन्हैया ने कहा कि गरीबों, मजदूरों, छात्रों, नौजवानों और किसानों के हक की बात करना अगर आपकी नजर में देशभक्ति नहीं है तो आप जितना भी कुछ कर लीजिए, भगवा या काला झंडा दिखाइए, आप जूता फेंकिए बाएं या दायें पैर का, पत्थर फेंकिए, हम आपसे डरने वाले नहीं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कन्हैया ने आरोप लगाया कि मोदी जो पूंजीपति अंबानी और अडाणी की मदद से प्रधानमंत्री के पद पर आसीन हुए हैं, बेरोजगारी की समस्या का समाधान नहीं कर सकते हैं।