पटना: बिहार में बेगूसराय से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के उम्मीदवार कन्हैया कुमार को लोगों से सपोर्ट के साथ नोट भी चाहिए, लेकिन जरूरी नहीं कि यह नोट स्थानीय लोगों के ही हों। इसलिए कन्हैया ने लोकसभा चुनाव के लिए ऑनलाइन 70 लाख का फंड जुटाने को अपने चुनावी अभियान के साथ-साथ एक समानांतर अभियान शुरू किया है। कन्हैया कुमार की मदद के लिए अभी तक 5,00,000 से अधिक लोगों ने सहायता राशि जमा की है।
रविवार को जब कन्हैया की उम्मीदवारी की घोषणा की गई थी तभी सीपीआई के नेताओं ने साफ कर दिया था कि चूंकि मुकाबला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उम्मीदवार गिरिराज सिंह के साथ है, इसलिए साधन-संसाधन में तो उनका मुकाबला नहीं किया जा सकता। इसके लिए लोगों से आर्थिक सपोर्ट के साथ-साथ वोट मांगने का अभियान शुरू किया जाएगा। उस समय लगा था कि शायद यह अभियान बेगूसराय संसदीय क्षेत्र में ही हो, लेकिन बाद में कन्हैया ने एक वीडियो जारी किया और ऑनलाइन फंड जुटाने का अभियान शुरू किया गया।
हालांकि बिहार के चुनाव में 'नोट के साथ वोट' इससे पूर्व भी कई नेताओं ने आजमाया है। प्रसिद्ध समाजवादी मधु लिमये हों या जॉर्ज फर्नांन्डिस, इन्हें लोगों ने वोट दिया और नोट भी दिए।
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