ताज़ा खबरें

पटना: जनता दल यूनाईटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नजरंदाज करते हुए केंद्र में भाजपा सरकार ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पारित कराया। इसके बाद अब राज्यसभा में पार्टी ने इसका विरोध और इसके ख़िलाफ़ वोट करने का फ़ैसला किया है। ये घोषणा रविवार को पटना में पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने की।

त्यागी पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के साथ गुवाहाटी का दौरा करेंगे जहां असम गण परिषद, एएएसयू के साथ विचार विमर्श कर उनके आंदोलन को समर्थन करने के अलावा भविष्य की रननीति तैयार करेंगे। हालांकि केसी त्यागी ने नागरिकता संशोधन बिल के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी पर ये आरोप लगाया कि वह पर्दे के पीछे से भाजपा का समर्थन कर रही है नहीं तो लोकसभा में इस मुद्दे पर वो बहिष्कार नहीं करती। कांग्रेस पार्टी को इस मुद्दे पर अपना स्टैंड साफ़ करना चाहिए। त्यागी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक होगी जिसमें लोकसभा चुनाव से संबंधित सारे फ़ैसले लिए जाएंगे।

आगामी लोकसभा चुनाव में जिन 70 सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ेगी उसके संबंध में केसी त्यागी का कहना था कि रविवार की बैठक में यह फ़ैसला लिया गया कि पार्टी के तीन वरिष्ठ नेता जिनमें राज्य पार्टी के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, मंत्री ललन सिंह और विजेंद्र यादव उम्मीदवारों के चयन के संबंध में फ़ैसला लेंगे।

रविवार को ही बैठक में नागरिकता संशोधन के संबंध में जो फ़ैसला लिया गया उससे साफ़ है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के बार-बार हस्तक्षेप करने के बाद भी भाजपा ने उनकी एक नहीं सुनी और अपने एजेंडा पर क़ायम रहे जिसके बाद पार्टी ने तय किया कि अब राज्यसभा में इस बिल के आने के पहले पार्टी का स्टैंड साफ़ कर लिया जाएगा।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख