शुजालपुर: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि भाजपा, आरएसएस एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिल में उनके परिवार के प्रति नफरत है, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने उन्हें (मोदी) झप्पी दी है और देता रहेंगे। उन्होंने कहा कि मोदीजी की नफरत को नफरत नहीं सिर्फ प्यार हरा सकता है। मध्य प्रदेश की देवास लोकसभा सीट के पार्टी प्रत्याशी प्रहलाद टिपनिया के समर्थन में शुजालपुर में चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए राहुल ने कहा, ''हममें नफरत नहीं है। कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता के दिल में आपको नफरत नहीं मिल सकती। भाजपा के लोगों के दिल में, आरएसएस के लोगों के दिल में, नरेन्द्र मोदी के दिल में नफरत है, गुस्सा है।"
उन्होंने कहा, ''हमारा काम उस नफरत को मिटाना है। नरेन्द्र मोदी जी मुझ पर हमला करते हैं, मेरे पिता के बारे में बोलते हैं। दादी के बारे में बोलते हैं। परदादा के बारे में नफरत से बोलते हैं, गुस्से से बोलते है और मैं जाके झप्पी देता हूं, प्यार से जाके गले लग जाता हूं। नरेन्द्र मोदी जी आप हिन्दुस्तान के प्रधानमंत्री हैं। इस देश की शक्ति आपके पीछे खड़ी है, नफरत मिटाइये, प्यार से काम कीजिये। आपका ही फायदा होगा। पांच साल से मैं नरेन्द्र मोदी जी को यही कह रहा हूं।"
राहुल ने कहा, ''मैं नरेन्द्र मोदी जी से नफरत नहीं करता। जितनी भी नफरत नरेन्द्र मोदी जी मुझे दें। जो भी मेरे परिवार के बारे में बोलें, बोलिये। नरेन्द्र मोद जी जो आपको बोलना है, बोलिये। नफरत को नफरत नहीं काट सकती। नफरत के साथ मैं नरेन्द्र मोदी को नहीं हरा सकता। नरेन्द्र मोदी को सिर्फ प्यार हरा सकता है और जितनी नफरत दोगे, उतनी झप्पियां आपको देगें। उतनी बार आपसे गले मिलेंगे।"
न्याय योजना को देश की अर्थव्यस्था का ईंधन बताते हुए और लोगों की क्रय शक्ति बढ़ाने की बात करते हुए राहुल ने कहा कि इसका विचार नरेन्द्र मोदी जी के 15 लाख रुपये लोगों के खाते में डालने वाले झूठे वायदे से ही आया है। उन्होने कहा, ''कमाल की बात देखिये, आइडिया कहां से आया, नरेन्द्र मोदी जी ने दिया। उसे उन्होंने (मोदी) लागू नहीं किया। झूठ बोला 15 लाख, हमने आइडिया लिया। जनता की आवाज सुनी, सच्चाई निकाली और 3.60 लाख रुपये पांच साल में हम आपको देने जा रहे हैं।"
उन्होंने कहा कि केन्द्र में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद खाली पड़ी 22 लाख सरकारी नौकरियां और 10 लाख पंचायत क्षेत्र में नौकरियां युवाओं को दी जायेंगी।