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नई दिल्ली: महाराष्ट्र में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में सीएम चेहरे से जुड़े सवाल पर उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दिया है। पूर्व सीएम ने कहा कि अगर मेरे सहयोगियों (एमवीए में) को लगता है कि मैंने अच्छा काम किया है, तो उनसे पूछें कि क्या वे मुझे मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। एमवीए की सरकार में उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के सीएम पद पर काबिज रहे। बुधवार (7 अगस्त) को उन्होंने संकेत दिया कि वो अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में एमवीए का सीएम फेस बनने के लिए तैयार हैं।

उद्धव ठाकरे का ये बयान ऐसे समय में आया जब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के साथ दिल्ली में मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे और पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय राउत भी मौजूद रहे।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, इस मुलाकात से पहले उद्धव ठाकरे ने मीडिया के सवाल के जवाब में कहा कि जनता इसका फैसला करेगी।

ठाकरे ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र का सीएम बनने के बारे में कभी नहीं सोचा था। उद्धव ठाकरे ने शरद पवार से भी दिल्ली में मुलाकात की।

मैं जिम्मेदारी से भागने वालों में से नहीं: उद्धव

मीडिया के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "मैंने मुख्यमंत्री बनने का सपना नहीं देखा था, न ही मैं ऐसा चाहता था। लेकिन मैं जिम्मेदारी से भागने वालों में से भी नहीं हूं। मैंने जिम्मेदारी ली और अपनी पूरी क्षमता से काम करने की कोशिश की।" उद्धव ठाकरे ने कहा कि वो राजधानी दिल्ली में इंडिया गठबंधन के नेताओं से मिलने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद कोई औपचारिक मुलाकात नहीं हुई। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में इस साल होने वाले चुनाव में इंडिया गठबंधन के नेताओं को एकजुट होकर लड़ना चाहिए।

विशाल पाटिल ने उद्धव ठाकरे से की मुलाकात

महाराष्ट्र की सांगली से निर्दलीय सांसद विशाल पाटिल ने भी उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। विशाल पाटिल ने इस सीट पर उद्धव गुट के चंद्रहार पाटिल को हराया था। महाराष्ट्र में सीट बंटवारे के तहत सांगली उद्धव गुट के खाते में आई थी। इससे नाराज होकर विशाल पाटिल ने कांग्रेस छोड़ दी थी और निर्दलीय मैदान में उतरकर जीतने में कामयाब हुए थे।

'अगर गलती हो जाती है तो मैं...'

उद्धव ठाकरे ने कहा, "अगर कोई गलती हो जाती है तो मैं उनमें से नहीं हूं जो द्वेष पालता रहूं। सांगली सीट पर शिवसेना-यूबीटी उम्मीदवार के हार जाने से आहत हूं, लेकिन इस बात से खुश हूं कि बीजेपी हार गई। विशाल पाटिल ने एमवीए के साथ गठबंधन किया है और आश्वासन दिया है कि आगामी चुनावों में वही पुरानी गलतियां नहीं दोहराई जाएंगी।"

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