मुंबई: मुंबई और महाराष्ट्र में आज भी जोरदार बारिश का सिलसिला जारी है। मौसम विभाग (आईएमडी) का पालघर, रायगढ़, नासिक, पुणे, कोल्हापुर और सतारा जिले के लिए रेड अलर्ट है। मुंबई और ठाणे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मुंबई में रात भर धीमे-धीमे होती रही बारिश ने सुबह से जोर पकड़ लिया है। मुंबई और इसके उपनगरीय क्षेत्रों में मंगलवार की सुबह भी भारी बारिश हुई थी और कुछ ही घटों में शहर के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई थी। कुछ स्थानों पर यातायात बाधित हो रहा।
महाराष्ट्र के कई हिस्सों में लगातार जारी भारी बारिश के कारण हुए हादसों में तीन बच्चों समेत कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है और बाढ़ प्रभावित इलाकों से 95 लोगों को बचाया गया है। आपदा प्रबंधन विभाग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एनडीआरएफ की 13 टीमें और राज्य आपदा मोचन बल की तीन टीमें प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में तैनात की गई हैं। मौसम विभाग ने तीन दिन के लिए नासिक, पालघर और पुणे जिलों में अत्यधिक बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण नासिक शहर में मंगलवार को स्कूल और कॉलेज बंद रहे तथा लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया।
नासिक शहर में मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे में 97.4 मिमी बारिश हुई। जिले के सप्तश्रृंगी मंदिर के पास सोमवार को बहुत तेज बारिश हुई। पानी भर जाने के कारण मंदिर की सीढ़ियों पर छह श्रद्धालुओं को मामूली चोटें आई हैं।
पालघर जिले में मंगलवार को समाप्त 24 घंटों में 109.9 मिमी बारिश हुई। एनडीआरएफ की एक टीम पालघर जिले में एहतियातन तैनात की गई है। ठाणे जिले में मंगलवार को समाप्त 24 घंटों में 106.3 मिलीमीटर वर्षा हुई।
मुंबई के उपनगर में एक ढांचा गिरने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में एक व्यक्ति डूब गया। नागपुर जिले में मंगलवार को बाढ़ में एक पुल से एक एसयूवी वाहन के बह जाने के कारण मध्य प्रदेश के तीन लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य लोग लापता हैं। हादसे में मारे गए लोग मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के रहने वाले थे।
ठाणे के राबोडी स्थित रहमत नगर इलाके में एक मकान का एक हिस्सा ढह गया। पुणे जिले के चाकन इलाके में मंगलवार को पानी से भरे गड्ढे में चार से आठ साल के तीन भाई-बहनों की डूबने से मौत हो गई। पुणे शहर में भारी बारिश के बाद एक जीर्ण-शीर्ण आवासीय ढांचे का एक हिस्सा गिरने से चार लोग घायल हो गए।
गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद जल संसाधन विभाग ने नासिक जिले में गंगापुर बांध से 284.16 क्यूसेक पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। नासिक जिले में 70 और गढ़चिरौली जिले से 25 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले के सोयतखुर्द में मंगलवार को दोपहर में बिजली गिरने से एक सरकारी स्कूल के तीन छात्रों की मौत हो गई और चार अन्य गंभीर रूप से झुलस गए।
गुजरात के कई हिस्सों में मंगलवार को भी भारी बारिश होती रही और बारिश संबंधी घटनाओं में और छह लोगों की जान चली गई। राज्य में बारिश संबंधी घटनाओं में एक जून से अभी तक 69 लोगों की जान जा चुकी है। बाढ़ प्रभावित इलाकों से कुल 27,896 लोगों को निकाला गया, जिनमें से 18,225 अब भी आश्रय गृहों में है और बाकी अपने घर लौट गए हैं।
दक्षिण गुजरात के जिलों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश जारी है। सौराष्ट्र क्षेत्र में कच्छ तथा राजकोट के कुछ इलाकों में सोमवार रात से भारी बारिश हो रही है। कच्छ के अंजार तालुका में मंगलवार सुबह छह बजे से छह घंटे में 167 मिमी बारिश हुई, जबकि जिले के गांधीधाम तालुका में 145 मिमी बारिश दर्ज की गई। दक्षिण गुजरात के नर्मदा, सूरत, डांग, वलसाड तथा तापी जिलों और राज्य के मध्य भाग के पंचमहल तथा छोटा उदयपुर में भी भारी बारिश हुई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सौराष्ट्र क्षेत्र के वलसाड, नवसारी, सूरत, तापी, डांग, नर्मदा, छोटा उदयपुर जिलों के साथ-साथ कच्छ, राजकोट, जामनगर, देवभूमि द्वारका और मोरबी में बुधवार को भी बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाते हुए रेड अलर्ट जारी किया है।
नवसारी जिले में भारी बारिश जारी रहने से पूर्णा तथा अम्बिका नदियां उफान पर हैं, जिससे कुछ निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है। एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ ने एक संयुक्त अभियान में नर्मदा जिले में राजपीपला के पास कर्जन नदी तट पर अचानक पानी बढ़ने से फंस गए 21 लोगों को निकाला।