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मुंबई: महाराष्ट्र में सियासी घमासान मचा हुआ है। शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे पार्टी के विधायकों के साथ असम पहुंच गए हैं। वह यहां के होटल रेडिशन ब्लू में ठहरे हुए हैं। वहां 50 कमरें बुक कराए गए हैं। वहीं उद्धव सरकार के नेताओं की ओर से शिंदे को मनाने की कोशिशें जारी हैं। कल देर शाम शिवसेना के दो नेता सूरत में शिंदे से मिले और उन्होंने मनाने की कोशिश की। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दोनों नेताओं के साथ मुलाकात के बाद एकनाथ शिंदे ने मिलिंद नारवेकर के फोन से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात की। यह बातचीत करीब 10 मिनट तक हुई। उद्धव की पत्नि रश्मि ठाकरे से भी शिंदे से बातचीत हुई है।

शिंदे ने कहा कि वो पार्टी की भलाई के लिए यह कदम उठा रहे हैं। अब तक उन्होंने कोई फैसला नहीं लिया है और न ही किसी दस्तावेज़ पर दस्तखत किए हैं। सीएम उद्धव ठाकरे ने शिंदे से विचार कर वापस आने के लिए कहा है। फिलहाल इस बातचीत से कोई हल नहीं निकला। गुवाहाटी एयरपोर्ट से निकलते समय एकनाथ शिंदे ने कहा है कि शिवसेना छोड़ा नहीं है, बालासाहेब का हिंदुत्व आगे बढ़ाएंगे।

जबकि एक विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा मजाकिया लहजे में कहा बिरयानी खाने आए हैं। तो गृहराज्यमंत्री शंभू राजे ने कहा है जय महाराष्ट्र। पता ये भी चल रहा है कि एकनाथ शिंदे अपने विधायको की सही संख्या वाला पत्र राज्यपाल को सौंपने वाले हैं। शिंदे ने अपने साथ 40 विधायको के साथ होने का दावा किया है।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, राज्य से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार शाम को कहा कि उनकी पार्टी राज्य में सरकार बनाने की संभावना तलाश रही है। देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री रहे नेता ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा, 'सत्ता के आसानी से हस्तांतरण हमारी प्राथमिकता है।'

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि भाजपा शासित गुजरात के सूरत शहर में शिंदे के साथ पार्टी के 14 से 15 विधायक हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नितिन देशमुख सहित इनमें से दो विधायकों को पीटा गया है और देशमुख को दिल का दौरा पड़ा है।

महाराष्‍ट्र में सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने कल लगातार सहयोगी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की। शिवसेना नेताओं के साथ बैठक में ठाकरे ने कहा कि उन्‍हें विश्‍वास है कि बागी तेवर दिखा रहे एकनाथ शिंदे जल्‍द ही पार्टी में लौट आएंगे। इस बीच, शिवसेना विधायकों को सीएम निवास से मुंबई के एक होटल में शिफ्ट किया गया है।

महाराष्‍ट्र के मंत्री और कांग्रेस नेता नितिन राउत ने कहा है कि राज्‍य सरकार को अस्थिर करने की भाजपा की कोशिश सफल नहीं होगी। मीडिया से राउत ने कहा, विपक्ष शासित राज्‍यों में सरकार को गिराने की कोशिश करना भाजपा के स्‍वभाव में है।

महाराष्‍ट्र के सियासी हालात को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, "हमारे दो लोग वहां (सूरत) गए और एकनाथ शिंदे से बात की। वे हमारे पुराने दोस्‍त हैं। हर कोई जानता है कि हमने भाजपा का साथ क्‍यों छोड़ा और एकनाथ शिंदे भी इसके गवाह हैं।"

एनसीपी नेता छगन भुजबल ने कहा कि महाराष्‍ट्र की सियासत में एक तरह का तूफान आया है। यदि तूफान आता है तो शांत भी हो जाता है। आने वाले दिनों में स्थिति फिर से सामान्‍य हो जाएगी।

महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए कांग्रेस सक्रिय हो गई है और इसी क्रम में उसने अपने वरिष्ठ नेता कमलनाथ को राज्य के लिए पर्यवेक्षक बनाया है। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को महाराष्ट्र के लिए पर्यवेक्षक बनाया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ आज रात या बुधवार को मुंबई पहुंच सकते हैं तथा पार्टी के महाराष्ट्र प्रभारी एचके पाटिल भी मंगलवार शाम को मुंबई पहुंच सकते हैं।

बागी एकनाथ शिंदे ने अपने ट्विटर प्रोफाइल से "शिवसेना" हटा दिया है। उन्होंने दावा किया है कि वो ही असली शिवसेना हैं।

एकनाथ शिंदे ने कहा है कि हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक हैं... बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है.. बालासाहेब के विचारों और धर्मवीर आनंद दीघे साहब की शिक्षाओं के बारे में सत्ता के लिए हमने कभी धोखा नहीं दिया और न कभी धोखा देंगे।

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