मुंबई: महाराष्ट्र के पुणे में देश का पहला अंतरराष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय खोला जाएगा। राज्य के खेल व युवा कल्याण मंत्री सुनील केदार ने गुरुवार को बताया कि विश्वविद्यालय बनाने के लिए 400 करोड़ रुपये प्रारंभिक निधि दी जाएगी। खेल विश्वविद्यालय खुलने से महाराष्ट्र सहित देश के प्रतिभाशाली और उभरते हुए खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय दर्जे की खेल सुविधाएं मिल सकेंगी। महाराष्ट्र के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री सुनील केदार ने कहा कि शिव छत्रपति क्रीड़ा संकुल बालेवाड़ी पुणे में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनेगी। फिलहाल, यहां विभिन्न प्रकार के अंतरराष्ट्रीय दर्जे की खेल सुविधाएं उपलब्ध हैं। लेकिन विश्वविद्यालय खुलने से खेल सुविधाएं अद्यावत हो सकेंगी। पुणे में ही ओलंपिक भवन बनना प्रस्तावित है।
सुनील केदार ने कहा कि मुंबई विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति विजय खोले की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई थी और इसकी सिफारिशों के आधार पर राज्य सरकार ने पुणे में अंतरराष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय स्थापित करने का निर्णय लिया। सभी सुविधाएं अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगी ताकि खिलाड़ियों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण और इनपुट मिले।
राज्य मंत्रिमंडल ने पिछले सप्ताह अंतरराष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए मसौदा विधेयक को मंजूरी दी थी, जिसे राज्य विधानमंडल के दो दिवसीय शीतकालीन सत्र में मंजूरी मिल गई है।
साल 2021-2022 से शुरू होगा शैक्षणिक सत्र
राज्य के खेल व युवा कल्याण मंत्री सुनील केदार ने कहा कि साल 2021-2022 में ही स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में शिक्षण व्यवस्था शुरू की जाएगी। पहले वर्ष स्पोर्ट्स साइंस, स्पोर्ट्स टेक्नॉलॉजी, स्पोर्ट्स मेडिसिन, स्पोर्ट्स गवर्निंग, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, स्पोर्ट्स मीडिया एंड कम्युनिकेशन और स्पोर्ट्स कोचिंग व ट्रेनिंग सहित कुल तीन पाठ्यक्रम शुरू किए जाएगे। पहले वर्ष प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए 50 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। दूसरे वर्ष पाठ्यक्रम और छात्रों के प्रवेश की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके लिए यूनिवर्सिटी में करीब 213 विभिन्न पदों पर नियुक्तियां भी की जाएगी। इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षक भी शामिल होंगे।