मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कोई आए और हमें मारकर जाए, यह हम कदापि सहन नहीं करेंगे। ठाकरे ने कहा, विधायक प्रताप सरनाईक के खिलाफ जानबूझकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को लगाया गया है। हम न ऐसी विकृत राजनीति करते हैं और न ही ऐसी राजनीति सहन करेंगे। मंगलवार को राज्य विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में दूसरे दिन विधानसभा में पूरक मांगों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ठाकरे ने विपक्षी दल भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि विधायक सरनाईक को सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा मिली है तो ईडी की तरफ से उनके बेटे को बुलाया जा रहा है। अगर, उनका पौत्र होता तो ईडी के अधिकारी उसे भी पूछताछ के लिए बुलाते।
इससे पहले विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव संबंधी चर्चा में सरकार की जमकर खिंचाई की थी। उन्होंने कहा आपके मस्तिष्क में सत्ता का अहंकार नहीं आना चाहिए। यदि कोई गलत कर रहा है तो उसके विरुद्ध कानून के अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए। हम अर्नब गोस्वामी और कंगना रणौत के विचारों से इत्तेफाक नहीं रखते।
गोस्वामी के विरुद्ध आत्महत्या के 2018 के मामले को फिर खोले जाने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, यदि अर्नब गोस्वामी ने कुछ गलत किया है तो उन्हें दंडित करने के लिए कानून हैं। लेकिन उनके खिलाफ किसी बंद मामले को खोला गया। उच्चतम न्यायालय ने व्यवस्था दी है कि आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला नहीं है।
शिवसेना के मंत्री अनिल परब ने इसपर हस्तक्षेप किया और कहा कि उच्चतम न्यायालय की व्यवस्था गोस्वामी के जमानत आवेदन तक सीमित है और (बंबई) उच्च न्यायालय ने टेलीविजन पत्रकार के खिलाफ मामला खारिज नहीं किया है। परब ने कहा कि राज्य सरकार उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी की समीक्षा करेगा। फडणवीस ने कहा, आपके मस्तिष्क में सत्ता का अहंकार नहीं आना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को विधानसभा में खुलासा किया कि रिपब्लिक भारत के प्रधान संपादक अर्नब गोस्वामी ने मेरे खिलाफ भी तीन बार मीडिया ट्रॉयल किया था। अमेरिका में निवेशकों से मुलाकात के दौरान भी मेरे पीछे कैमरा लगाया था। मैं अपना काम कर रहा था और कैमरा अपना काम कर रहा था।
उन्होंने कहा, लेकिन मैने उन्हें न जेल में डाला और न ही विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव ही लाया। हमने कानून के अनुसार उन्हें जवाब दिया। फडणवीस ने कहा कि अभिनेत्री कंगना ने जो ट्वीट किया मैं उसका समर्थन नहीं करता। लेकिन बदले में उसका घर नहीं तोड़ा जा सकता क्योंकि यह कानून का राज्य है। पाकिस्तान नहीं है।