मुंबई: महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। 6 सीटों पर हुए चुनाव में भाजपा को सिर्फ एक सीट पर जीत मिल सकी है, जबकि उसके प्रतिद्वंद्वी शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन ने 4 सीट पर जीत दर्ज की है। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में जाते दिख रही है। इस बीच, महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि विधान परिषद चुनाव के नतीजे हमारी उम्मीद के मुताबिक नहीं रहे।
फडणवीस ने मीडिया से कहा, "महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव का परिणाम हमारे उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा। हम ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन हम सिर्फ एक सीट जीत सके। हमने महा विकास अघाड़ी (शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन) की ताकत को आकलन करने में गलती की।" भाजपा अपने कथित गढ़ स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों में हार गई। उसकी सबसे बड़ी हार नागपुर सीट पर हुई। यहां भाजपा की पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है।
पूर्व में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पिता गंगाधर राव फडणवीस इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। गडकरी 1989 में पहली बार इस क्षेत्र से जीते थे और 2014 का लोकसभा चुनाव लड़ने से पहले चार और जीत दर्ज की थी।
पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस, महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल समेत भाजपा नेताओं ने पुणे में भी प्रचार किया था, जहां विरोधी गठबंधन ने जीत दर्ज की। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के शरद पवार ने औरंगाबाद और पुणे स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से जीत दर्ज की है।
58 वर्षों से नागपुर सीट पर भाजपा का था कब्जा
महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस अभिजीत वनजारी ने नागपुर से भाजपा के संदीप जोशी को 18,910 वोटों के अंतर से हरा दिया। आपको बता दें कि एमलसी चुनावों के वोटों की गिनती गुरुवार को शुरू हुई थी, जो शुक्रवार तक चली। दरअसल, कांग्रेस उम्मीदवार की इस जीत को भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा, क्योंकि पिछले 58 वर्षों से इस सीट पर भाजपा लगातार जीत हासिल कर रही थी और इसे आरएसएस का गढ़ माना जाता है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पिता गंगाधर फडणवीस इस सीट से जीत चुके हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी 25 साल तक इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
18 हजार वोटों से दी भाजपा को शिकस्त
वनराज ने अपने प्रतिद्वंद्वी जोशी को हराकर जीत हासिल की। उन्हें कुल 61 हजार 701 मत मिले, जबकि संदीप जोशी की झोली में 42 हजार 791 वोट ही गए। बता दें कि गुरुवार देर रात चौथे राउंड की गिनती के खत्म होने पर अभिजीत वनजारी 12 हजार 707 वोटों से आगे थे। उस वक्त ही उनके समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया था। नागपुर में मिली इस हार को भाजपा की अब तक सबसे बुरी हार के तौर पर देखा जा रहा है।
भाजपा को लगा दूसरा बड़ा झटका
बता दें कि एक साल के अंदर यह भाजपा को दूसरा बड़ा झटका है। महाराष्ट्र विधान परिषद की 6 सीटों के इस चुनाव में भाजपा सिर्फ एक सीट पर जीत हासिल कर सकी। बाकी सीटों पर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के महाविकास आघाड़ी गठबंधन ने जीत दर्ज की। बता दें कि भाजपा ने छह में से चार सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। वहीं, एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन दिया था। गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में महाराष्ट्र की सत्ता भाजपा के हाथों से फिसल गई थी।