मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का दूसरा कार्यकाल केवल 80 घंटों का रहा। इसके बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से सिर पर ये ताज सजा। ऐसे में विधानसभा में अपने भाषण के दौरान उन्होंने दो लाइन में दोबारा अपनी वापसी का विश्वास दिखाया। उन्होंने कहा- मेरा पानी उतरता देख, मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना, मैं समंदर हूं लौटकर वापस आऊंगा! इसका एक वीडियो उन्होंने अपने ट्विटर पर भी शेयर किया। उधर रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को कभी विपक्षी नेता नहीं मानेंगे।
विधानसभा में आज ही फडणवीस को नेता विपक्ष बनाया गया है। 2 दिनों के विशेष विधानसभा सत्र के दूसरे दिन उद्धव ठाकरे ने 3 दशक के गठबंधन के टूटने आरोप लगाते हुए भाजपा की ओर इशारा किया। उन्होंने देवेंद्र फडणवीस के लिए कहा कि मैं आपको कभी विपक्ष का नेता नहीं मानूंगा बल्कि आपको एक जिम्मेदार नेता कहूंगा। अगर आप हमारे साथ सही करते तो गठबंधन नहीं टूटता। मैंने देवेंद्र फडणवीस से बहुत कुछ सीखा और वे हमेशा मेरे दोस्त रहेंगे। ठाकरे ने फडणवीस को अपने बधाई संदेश में कहा, ''मैंने कभी नहीं कहा कि मैं वापस लौटूंगा, लेकिन मैं इस सदन में आया।
उन्होंने कहा, ''मैं सदन और महाराष्ट्र के लोगों को आश्वस्त कर सकता हूं कि मैं कुछ भी आधी रात को नहीं करूंगा। मैं लोगों के हितों के लिए काम करूंगा। ठाकरे के इस कटाक्ष को फडणवीस और राकांपा प्रमुख अजित पवार के तीन नवम्बर की सुबह जल्दबाजी में शपथ लिये जाने के संबंध में देखा जा रहा है।
किसानों की समस्याओं को कम करने की सदन से अपील करते हुए ठाकरे ने कहा, ''इस सरकार का उद्देश्य न केवल किसानों का कर्जा माफ करना है बल्कि हमें उनकी परेशानियों को भी कम करने की जरूरत है।