मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश व माओवादियों से संपर्क के मामले में गिरफ्तार कार्यकर्ताओं की मुश्किल बढ़ सकती है। महाराष्ट्र पुलिस ने दावा किया है कि सभी गिरफ्तार कार्यकर्ता माओवादियों से सीधे संपर्क में थे। अपने इस दावे पर महाराष्ट्र पुलिस ने पुख्ता सबूत होने की बात भी कही है। महाराष्ट्र पुलिस ने कहा है कि अब तक जुटाए गए साक्ष्यों से गिरफ्तार कार्यकर्ताओं का माओवादी संगठनों के साथ जुड़ाव साफ तौर पर साबित होता है।
महाराष्ट्र पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि गिरफ्तार किये गए मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के माओवादियों से संबंध होने के बारे में ठोस सबूत हैं। साथ ही, इनमें एक कार्यकर्ता द्वारा आदान-प्रदान किए गए एक पत्र में ''राजीव गांधी जैसी घटना की योजना बनाने का भी जिक्र है। महाराष्ट्र पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (कानून व्यवस्था) परमवीर सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि रोना विल्सन और भाकपा (माओवादी) के एक नेता के बीच एक ई-मेल पत्र में राजीव गांधी जैसी घटना के जरिए मोदी राज खत्म करने के बारे में कहा गया है।
उन्होंने कहा कि पत्र में ग्रेनेड लांचर खरीदने के लिए धन की भी मांग की गयी है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने माओवादियों के भूमिगत कार्यकर्ताओं और अन्य कार्यकर्ताओं के बीच आदान-प्रदान हुए हजारों पत्रों को जब्त किया गया है। सिंह ने कहा कि गिरफ्तार कार्यकर्ताओं के बीच आदान-प्रदान हुए कुछ पत्रों में कुछ बड़ा कदम उठाने की योजना बनाने के बारे में भी कहा गया है, ताकि लोगों का ध्यान खींचा जा सके।