मुंबई: मुंबई और आसपास के इलाकों में मूसलाधार बारिश होने के कारण आज कई जगहों पर जल-जमाव हो गया और कुछ मार्गों पर रेल पटरियां पानी में डूब गईं। भारी बारिश के कारण ट्रेनों और यातायात पर भी असर पड़ रहा है। शिक्षा मंत्री ने सोमवार को स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी का का ऐलान किया है। वहीं शहर में टिफिन सेवा देने वाले डब्बावालों ने जलभराव के मद्देनजर आज पूरे शहर में काम बंद रखने का फैसला किया है। मुंबई डिब्बवाला संगठन के प्रवक्ता सुभाष तालेकर ने कहा, ''शहर भर में पानी भरा होने के कारण हमने आज टिफिन इकट्ठा नहीं किए। घुटनों तक भरे पानी के बीच साइकिल चलाना हमारे लोगों के लिए मुश्किल है।" मुंबई डिब्बवाला संगठन के प्रवक्ता सुभाष तालेकर ने कहा, ''शहर भर में पानी भरा होने के कारण हमने आज टिफिन इकट्ठा नहीं किए। घुटनों तक भरे पानी के बीच साइकिल चलाना हमारे लोगों के लिए मुश्किल है।"
मुंबई और नजदीक के क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश का कहर आज भी जारी है। मौसम विभाग, मुंबई के उप महानिदेशक केएस होसालिकर ने बताया कि इस मौसम में 24 घंटे में हुई यह सर्वाधिक बारिश है। बारिश के कारण सड़कों, रेलवे की पटरियों पर पानी भर गया और शहर में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। यहां बारिश की वजह से 90 ट्रेनों का परिचालन रद्द करना पड़ा।
प्रशासन ने सभी अधिकारियों को अलर्ट रहने के कहा है। कई इलाकों में जलभराव के कारण लोगों को पानी में से ही गुजरना पड़ा। बारिश और कम दृश्यता के कारण वाहन सड़कों पर रेंगते नजर आए तो वहीं सड़कों पर बने गड्ढों से समस्या और भी जटिल हो गई है। पश्चिम रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ रेलवे पटरियां पानी में डूब गए जिस पर रेल यातायात रोक दिया गया है। हालांकि, अन्य पटरियों पर सीमित गति से रेलगाड़ियां चलती रहीं। कुर्ला, सायन और दादर में बहुत अधिक जलभराव हुआ है।
मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार सुबह 8:30 बजे तक 24 घंटों में कोलाबा 170.6 मिलीमीटर बारिश रेकॉर्ड की गई जो इस सीजन की सबसे अधिक है। उधर दहाणु में सुबह 5:30 बजे तक 308 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विभाग ने मुंबई में 2005 जैसी बारिश होने की आशंका जताई है। 2005 में हुई भारी बारिश ने शहर को थमने पर मजबूर कर दिया था और आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था।